Mandanna Controversy : कांग्रेस विधायक ने रश्मिका मंदाना पर साधा निशाना, फिल्म समारोह का निमंत्रण ठुकराने के लिए सुनाई खरी-खोटी
बेंगलुरु, 4 मार्च (भाषा)
Mandanna Controversy : कांग्रेस के एक विधायक और एक कन्नड़ कार्यकर्ता ने बेंगलुरु में आयोजित होने वाले एक फिल्म समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकराने और खुद को हैदराबाद का निवासी बताने के लिए अभिनेत्री रश्मिका मंदाना की आलोचना की है। मांड्या से विधायक रवि कुमार गौड़ा ने कहा कि रश्मिका कर्नाटक के कोडागु जिले से ताल्लुक रखती हैं और उन्हें खुद को हैदराबाद का निवासी बताने के लिए सबक सिखाया जाना चाहिए।
गौड़ा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “रश्मिका ने कन्नड़ फिल्म ‘किरिक पार्टी' से अपने सिने करियर की शुरुआत की थी। पिछली बार जब उन्हें फिल्म समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था तो उन्होंने कहा था कि वह हैदराबाद में रहती हैं।” कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि रश्मिका ने यहां तक कहा था कि वह नहीं जानतीं कि कर्नाटक कहां है और उन्होंने यहां फिल्म समारोह में शामिल होने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि उनके पास समय नहीं है।
गौड़ा ने सवाल किया, “हमारे एक विधायक रश्मिका के घर गए और उन्हें कई बार आमंत्रित किया, लेकिन उन्होंने कन्नड़ के बारे में बहुत आपत्तिजनक बातें कीं जबकि वह कन्नड़ धरती से आई हैं। क्या उन्हें सबक नहीं सिखाया जाना चाहिए?” कन्नड़ फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स को चेतावनी देते हुए कांग्रेस विधायक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर फिल्म उद्योग को दी जाने वाली सब्सिडी वापस लेने का अनुरोध करेंगे।
वहीं, कर्नाटक रक्षणा वेदिके के संयोजक टीए नारायण गौड़ा ने भी कहा कि रश्मिका कोडागु से ताल्लुक रखती हैं और मूल रूप से कन्नडिगा हैं, लेकिन वह खुद को तेलुगु और आंध्र प्रदेश की बेटी बताती हैं। नारायण ने संवाददाताओं से कहा, “आप (रश्मिका) यहीं पली-बढ़ी हैं। अगर आप अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों में मौका मिलने के बाद कन्नड़ राज्य को भूल जाती हैं, तो हमें लगता है कि आप किस तरह की ‘मीर सादिक' हैं।”
मीर सादिक टीपू सुल्तान का दरबारी था, जिसने उन्हें धोखा दिया था। नारायण ने कहा कि रश्मिका के मन में कर्नाटक की भाषा और संस्कृति के प्रति सम्मान एवं गर्व की भावना होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “आप चाहे कितने भी बड़े व्यक्ति क्यों न हो जाएं, इस भूमि का कर्ज चुकाना आपका कर्तव्य है।”
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस बेंगलुरू फिल्म समारोह में कम उपस्थिति को लेकर फिल्म उद्योग से नाराज है। राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को फिल्म उद्योग को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्हें पता है कि कैसे पेच कसना है और किससे संपर्क करना है। उन्होंने कहा था कि अगर सरकार समर्थन और अनुमति न दे, तो फिल्में नहीं बनाई जा सकतीं।