मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

पंजाब राज्यसभा उपचुनाव में बड़ा ट्विस्ट : फर्जी हस्ताक्षर विवाद में नवनीत चतुर्वेदी का नामांकन रद्द, हाईकोर्ट जाने की तैयारी

Punjab Rajya Sabha पंजाब की राज्यसभा की एकमात्र सीट पर होने वाले उपचुनाव में सोमवार को बड़ा मोड़ आ गया। जयपुर निवासी नवनीत चतुर्वेदी, जिन्होंने खुद को जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हुए नामांकन दाखिल किया था, उनका पर्चा...
फर्जी हस्ताक्षर मामले में गिरफ्तारी के लिए चंडीगढ़ पहुंची रोपड़ पुलिस टीम, नवनीत चतुर्वेदी (इनसेट) की तलाश में एसएसपी कार्यालय के बाहर तैनात।
Advertisement

Punjab Rajya Sabha पंजाब की राज्यसभा की एकमात्र सीट पर होने वाले उपचुनाव में सोमवार को बड़ा मोड़ आ गया। जयपुर निवासी नवनीत चतुर्वेदी, जिन्होंने खुद को जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताते हुए नामांकन दाखिल किया था, उनका पर्चा फर्जी हस्ताक्षर के आरोपों के चलते रद्द कर दिया गया। अब उन्होंने इस फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।

नामांकन रद्द होते ही उपचुनाव का मुकाबला सीमित हो गया है। अब मैदान में केवल दो उम्मीदवार हैं, आम आदमी पार्टी (आप) के अधिकृत प्रत्याशी राजिंदर गुप्ता और उनकी पत्नी मधु गुप्ता। सूत्रों का कहना है कि मधु गुप्ता मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले सकती हैं, जिससे चुनाव का रास्ता लगभग साफ हो जाएगा।

Advertisement

इस बीच, घटनाक्रम तब नाटकीय बन गया जब चतुर्वेदी को सुरक्षा दे रही चंडीगढ़ पुलिस उन्हें लेकर निकल गई, इससे पहले कि रोपड़ पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर पाती। बताया जा रहा है कि रोपड़ पुलिस अब चंडीगढ़ पुलिस का पीछा कर रही है, ताकि चतुर्वेदी को हिरासत में लिया जा सके।

पंजाब पुलिस ने चतुर्वेदी के खिलाफ कई प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की हैं। आरोप है कि उन्होंने आम आदमी पार्टी के कई विधायकों के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके समर्थन में नामांकन दाखिल किया। कई विधायकों ने शिकायत की कि उन्हें सोशल मीडिया पर ऐसे संदेश और पोस्ट दिखे जिनमें उन्हें चतुर्वेदी के प्रस्तावक के रूप में दर्शाया गया था, जबकि उन्होंने कभी सहमति नहीं दी थी।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि चतुर्वेदी ने 6 अक्तूबर और 13 अक्तूबर को दो बार नामांकन दाखिल किया था। उनके दस्तावेजों में हस्तलिखित प्रस्तावकों की सूची लगी थी, जिसमें कथित तौर पर विधायकों के हस्ताक्षर थे। ये सूची बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हुई। विधायकों ने इसे पूरी तरह फर्जी बताते हुए मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है।


Advertisement
Tags :
forgery casenomination papersPunjab Rajya Sabhaआम आदमी पार्टीनवनीत चतुर्वेदीपंजाबफर्जी हस्ताक्षरराज्यसभा उपचुनाव
Show comments