मुंबई, 4 अगस्त (एजेंसी) मुंबई पुलिस ने पालघर जिले के नालासोपारा में एक दवा निर्माण इकाई पर छापेमारी के बाद 1400 करोड़ रुपये कीमत का 700 किलोग्राम से ज्यादा ‘मेफेड्रोन’ जब्त किया है और इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुंबई अपराध शाखा के मादक पदार्थ रोधी प्रकोष्ठ (एएनसी) ने इकाई पर छापेमारी की। उन्होंने कहा, ‘विशिष्ट सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। एएनसी के एक दल ने परिसर में छापेमारी की और उस दौरान वहां प्रतिबंधित दवा ‘मेफेड्रोन’ बनाए जाने की बात सामने आई।’ अधिकारी ने कहा, ‘मुंबई से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक व्यक्ति को नालासोपारा में पकड़ा गया।’ उन्होंने बताया कि यह हाल के दिनों में शहर की पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है। ‘मेफेड्रोन’ को ‘म्याऊ म्याऊ’ या एमडी भी कहा जाता है। यह राष्ट्रीय स्वापक औषधि एवं मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।