अल-फ्लाह में पढ़ने वाला लुधियाना का एमबीबीएस छात्र गिरफ्तार
दिल्ली कार विस्फोट को लेकर जांच एजेंसियों ने अल-फ्लाह यूनिवर्सिटी के एक एमबीबीएस छात्र को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है, जबकि पंजाब के पठानकोट से एक डॉक्टर को हिरासत में लिया गया। एक दुकानदार और गांव सिरोही स्थित मस्जिद के इमाम को भी हिरासत में लिया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार छात्र की पहचान जानिसुर आलम उर्फ निसार आलम के रूप में हुई है, जो लुधियाना का निवासी है और उसके परिवार का संबंध पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के डालखोला के पास स्थित कोनाल गांव से है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, हिरासत में लिया गया 45 वर्षीय चिकित्सक पठानकोट के एक निजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो साल से अधिक समय से कार्यरत था अौर पहले अल-फ्लाह यूनिवर्सिटी में काम कर चुका है।
इस बीच, एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें विस्फोट से एक दिन पहले डॉ. उमर नबी मोबाइल की दुकान में दुकानदार को एक फोन देता दिख रहा है, जबकि दूसरा फोन उसके हाथ में है। पुलिस ने इस फुटेज में दिख रहे दुकानदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, धमाके से ठीक पहले डॉ. उमर ने नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में एचडीएफसी बैंक के एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश की थी। मशीन बंद होने पर उसने गार्ड को रिश्वत देने का प्रयास भी किया, लेकिन वह पैसे नहीं निकाल पाया। इसके बाद वह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की ओर निकल गया था।
इस बीच, फरीदाबाद पुलिस ने शनिवार को मस्जिदों की चेकिंग तेज कर दी। मस्जिदों में मौजूद इमामों का सत्यापन किया गया और कई कॉलोनियों में जम्मू-कश्मीर से जुड़े लोगों के घरों की तलाशी ली गई।
15 डॉक्टर अंडरग्राउंड
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉ. शाहीन सईद, डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल और डॉ. उमर के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। वहीं, सूत्रों के अनुसार, अल-फ्लाह यूनिवर्सिटी से जुड़े लगभग 15 डॉक्टर भूमिगत हो गए हैं, उनके फोन स्विच ऑफ हैं।
यूनिवर्सिटी पर दो एफआईआर
नयी दिल्ली : यूजीसी और एनएएसी द्वारा ध्यान दिलायी गयी कथित अनियमितताओं को लेकर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अल-फ्लाह यूनिवर्सिटी के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी के आरोपों में दो प्राथमिकियां दर्ज की हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। (एजेंसी इनपुट)
