श्रीनगर, 15 मई (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ किए गए कथित बल प्रयोग की जांच के आदेश दिए हैं। कश्मीरी पंडित कर्मचारी जब अपने सहयोगी राहुल भट्ट की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे, तब उन्हें नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने बल प्रयोग किया था। कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करने में प्रशासन की कथित विफलता और हत्या के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने शुक्रवार को बडगाम के शेखपुरा में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े थे। सरकार ने राहुल भट्ट की हत्या की जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।
उपराज्यपाल सिन्हा ने रविवार को कहा, “राहुल भट्ट की हत्या के जरिए लोगों में भय और आतंक का माहौल बनाने की कोशिश की गयी। वह बहुत अच्छा कर्मचारी था। हमने इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी सभी पहलुओं से इस मामले की जांच करेगी।’ उन्होंने कहा कि एसआईटी प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग की भी जांच करेगी। सिन्हा ने कहा, ‘कश्मीरी पंडितों पर बल प्रयोग के इस्तेमाल की भी जांच की जाएगी। एक सप्ताह के भीतर इनकी तैनाती सुरक्षित स्थानों पर कर दी जाएगी। उनकी कुछ और शिकायतें हैं, उन पर भी गौर किया जाएगा। हम उनके दर्द और समस्याओं को समझते हैं।’ उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडित कर्मचारी जहां भी रहेंगे, प्रशासन की ओर से उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। उपराज्यपाल ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग की कोई जरूरत नहीं है।