नयी दिल्ली, 29 जुलाई (एजेंसी)
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदर्भ में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी को लेकर उठा विवाद थम नहीं रहा है और इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष एवं कांग्रेस सदस्यों के परस्पर आरोप-प्रत्यारोप एवं हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गयी। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे बैठक शुरू हुई तो पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कराए। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य ‘सोनिया गांधी माफी मांगो’ के नारे लगा रहे थे। भाजपा के सदस्य बृहस्पतिवार से ही चौधरी की ‘राष्ट्रपत्नी’ वाली टिप्पणी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से माफी की मांग कर रहे हैं। पीठासीन सभापति अग्रवाल ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थानों पर बैठने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजकर करीब 5 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी।इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही दोनों दलों के सदस्य अपने-अपने स्थान पर खड़े हो गए और हंगामा करने लगे। भारतीय जनता पार्टी के सदस्य सदन में कांग्रेस के नेता चौधरी की टिप्पणी के विषय को उठा रहे थे वहीं कांग्रेस के सदस्य अपनी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ बृहस्पतिवार को सदन में भाजपा सदस्यों की कथित नोकझोंक का मुद्दा उठाने का प्रयास कर रहे थे। पीठासीन सभापति किरीट भाई सोलंकी ने सदस्यों से अपने-अपने स्थान पर जाने और सदन चलने देने की अपील की। हंगामा जारी रहने पर उन्होंने आरंभ होने के कुछ मिनट बाद ही सभा की बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि ‘‘लोकसभा में बृहस्पतिवार को स्मृति ईरानी समेत भाजपा के कई सांसदों एवं मंत्रियों ने सोनिया गांधी के साथ अमर्यादित और अपमानजनक व्यवहार किया तथा ऐसी स्थिति पैदा कर दी गई थी कि उन्हें (सोनिया को) चोट भी लग सकती थी।”