ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

‘ऑपरेशन सिंदूर' से लिया सबक, BSF ने भारत-पाक सीमा के लिए 'ड्रोन स्क्वाड्रन' किया तैयार

पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे
सांकेतिक फाइल फोटो।
Advertisement

बीएसएफ भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनाती के लिए पहला "ड्रोन स्क्वाड्रन" तैयार कर रहा है। उसने ‘ऑपरेशन सिंदूर' से सीखे गए सबक के मद्देनजर घातक यूएवी हमलों के खिलाफ अपनी सुरक्षा व्यवस्था और चौकियों को "मजबूत" करना शुरू कर दिया है। सुरक्षा प्रतिष्ठान के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस मोर्चे पर विशिष्ट सीमा चौकियों (बीओपी) पर तैनात स्क्वाड्रन में विभिन्न प्रकार के टोही, निगरानी, हमलावर ड्रोन या मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मी शामिल होंगे, जो इन मशीनों को संचालित कर सकेंगे।

इस स्क्वाड्रन का संचालन चंडीगढ़ स्थित बीएसएफ के पश्चिमी कमान मुख्यालय में स्थित एक नियंत्रण कक्ष द्वारा किया जाएगा। बीएसएफ का मुख्य कार्य भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करना है। ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सीमा सुरक्षा बल की ताकत, कमजोरियों और खतरों की हाल ही में समीक्षा के बाद यूनिट के गठन का निर्णय लिया गया। यह अभियान भारत द्वारा पाकिस्तान, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी और रक्षा ठिकानों पर हमला करने के लिए शुरू किया गया था।

Advertisement

यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के प्रतिशोध के रूप में किया गया। पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। 7 मई को शुरू किए गए इस अभियान में बीएसएफ ने सेना के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर' के जवाब में पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा पर भारतीय ठिकानों के साथ-साथ नागरिक इलाकों को निशाना बनाने के लिए हजारों ड्रोन भेजे। 10 मई को, विस्फोटक से लदे एक पाकिस्तानी ड्रोन ने जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में खारकोला सीमा चौकी पर विस्फोटक गिराए। इस घटना में चौकी पर तैनात बीएसएफ के दो जवान और सेना का एक जवान शहीद हो गया, जबकि चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूत्रों ने बताया कि बीएसएफ ड्रोन स्क्वाड्रन को उत्तर में जम्मू से लेकर देश के पश्चिमी हिस्से में पंजाब, राजस्थान और गुजरात तक 2,000 किलोमीटर से अधिक लंबी भारत-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित बीओपी पर तैनात किया जाएगा। स्क्वाड्रन विभिन्न प्रकार के छोटे और बड़े निगरानी, टोही और हमलावर ड्रोन से लैस होगा, जिन्हें ‘ऑपरेशन सिंदूर' जैसी किसी भी 'युद्ध जैसी स्थिति' या अभियान के दौरान लॉन्च किया जाएगा। लगभग 2-3 कर्मियों की एक छोटी टीम को "असुरक्षित और खास" सीमा चौकियों पर तैनात किया जाएगा।

(नीलाभ श्रीवास्तव)

Advertisement
Tags :
Border Security ForceDainik Tribune Hindi NewsDainik Tribune Latest NewsDainik Tribune newsDrone Squadronindia pakistan borderlatest newsOperation Sindoorदैनिक ट्रिब्यून न्यूजहिंदी न्यूजहिंदी समाचार