नयी दिल्ली/ गंगटोक, 2 जून (ट्रिन्यू/ एजेंसी)
उत्तरी सिक्किम के छातेन में भारी बारिश के बीच एक सैन्य शिविर के आवासीय क्षेत्र का एक हिस्सा भूस्खलन में तबाह हो गया। हादसे में तीन सैनिकों की मौत हो गयी, जबकि एक अधिकारी, उनकी पत्नी और बेटी समेत छह लोग लापता हैं।
सेना ने बताया कि हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मनीष ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखड़ा के शव बरामद कर लिए गये हैं। मामूली रूप से घायल चार कर्मियों को बचा लिया गया है। मनीष ठाकुर हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के रहने वाले थे।
सूत्रों ने बताया कि लापता लोगों में लेफ्टिनेंट कर्नल प्रितपाल संधू, उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती बी संधू (सेवानिवृत्त) और बेटी अमायरा संधू, सूबेदार धर्मवीर, सिपाही सैनुद्दीन पीके और सिपाही सुनीलाल शामिल हैं। बचाव दल उन्हें बचाने के लिए चुनौतियों भरे हालात में लगातार काम कर रहे हैं।
हादसा रविवार शाम करीब 7 बजे हुआ। भारी बारिश हो रही थी और ब्रिगेड के अधिकांश लोग भीतर थे। अचानक तेज आवाज हुई और जमीन धंस गयी। सेना की 33 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन मीनावाला ने सोमवार को बचाव अभियान की निगरानी के लिए घटनास्थल का दौरा किया।
सूत्रों ने कहा कि जिस पहाड़ पर सैन्य शिविर स्थित था, वह पूरी तरह तबाह हो गया। इस बीच सीमा सड़क संगठन ने कहा कि 30-31 मई की रात को उत्तरी सिक्किम में लगातार बारिश और बादल फटने से महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। तीस्ता नदी का जलस्तर 35-40 फीट बढ़ गया, जिससे संपर्क टूट गया।
सिरमौर के रहने वाले थे मनीष ठाकुर
नाहन (निस) : सिक्िकम में हादसे का शिकार हुये लांस नायक मनीष ठाकुर (27) हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के बड़ाबन गांव के रहने वाले थे। डोगरा-3 यूनिट में कार्यरत मनीष वर्ष 2016 में सेना में भर्ती हुए थे। वह अपने पीछे पत्नी तनु देवी, माता किरण बाला और पिता जोगिंदर सिंह को छोड़ गए हैं। मनीष ठाकुर की शहादत पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने गहरा दुख व्यक्त किया है। जिला सिरमौर सैनिक कल्याण बोर्ड के उपनिदेशक रिटायर्ड मेजर दीपक धवन ने बताया कि मनीष ठाकुर की पार्थिव देह सोमवार देर शाम या मंगलवार सुबह तक पैतृक गांव लायी जाएगी। वहीं एजेंिसयों के अनुसार हादसे का िशकार होने वालों में कुछ सैनिक पंजाब से संबंध रखते हैं।