Ladakh violence: लेह में राज्य का दर्जा को लेकर हिंसा भड़की; प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प, वाहन फूंके
Ladakh violence: घटनाक्रम के समर्थन में KDA ने गुरुवार को करगिल में पूर्ण बंद का आह्वान किया
Ladakh violence: लद्दाख के लेह ज़िले में बुधवार सुबह उस समय हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गया जब शिक्षाविद सोनम वांगचुक के जारी भूख हड़ताल के समर्थन में बैठे दो व्यक्तियों की तबीयत बिगड़ गई।
वांगचुक 35 दिन से भूख हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि लद्दाख को राज्य का दर्जा दिया जाए और संविधान की छठी अनुसूची के तहत शामिल किया जाए।
इसी को लेकर लेह भर के युवाओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सरकार लगातार लद्दाख को उसके "अधिकारों से वंचित" कर रही है।
प्रदर्शन तेजी से उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC), लेह के दफ्तर पर धावा बोलने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोक दिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दफ्तर और सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। कई वाहनों में आग लगा दी गई। हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लिया।
राज्य का दर्जा और संवैधानिक गारंटी की मांग को लेकर केंद्र सरकार बीते करीब तीन सालों से लद्दाख की दो प्रमुख संस्थाओं—लेह एपेक्स बॉडी (LAB) और करगिल डेमोक्रेटिक एलायंस (KDA)—से बातचीत कर रही है।
घटनाक्रम के समर्थन में KDA ने गुरुवार को करगिल में पूर्ण बंद का आह्वान किया है। खबर लिखे जाने तक लेह की स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी। लेह और करगिल दोनों जिलों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।