Ladakh Violence : लद्दाख में लहू बहा, अब न्याय की बारी: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने की न्यायिक जांच की मांग
Ladakh Violence : कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि लद्दाख में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान चार युवकों की मौत की घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मेरे सहयोगी नवांग रिग्जिन जोरा ने लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर 24 सितंबर को हुए विरोध प्रदर्शन में चार युवकों के मारे जाने की घटना की न्यायिक जांच की मांग की है।''
बीते बुधवार को लेह शहर में राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और 90 अन्य घायल हो गए। राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची के विस्तार की मांग को लेकर केंद्र के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए ‘लेह एपेक्स बॉडी' (एलएबी) द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान हिंसा भड़क उठी थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गयी और 90 अन्य घायल हो गए थे।
उपराज्यपाल कवींद्र गुप्ता को लिखे एक पत्र में कांग्रेस नेता जोरा ने कहा, ‘‘मैं भारी मन और गहरे दुख के साथ आपसे 24 सितंबर को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की न्यायिक जांच की मांग कर रहा हूं, जिसमें पुलिस की गोलीबारी में चार युवकों की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए।'' जोरा ने पत्र में कहा, ‘‘हम प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं, साथ ही प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी सहित कठोर और दमनकारी कदमों की भी निंदा करते हैं। हमारा विश्वास है कि स्थिति को थोड़े अधिक संयम और परिपक्वता के साथ संभाला जा सकता था।''
उन्होंने सरकार के इस आरोप को भी चुनौती दी कि हिंसा के लिए लोगों को भड़काने के पीछे पार्टी का हाथ था। कांग्रेस की लद्दाख इकाई के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘चारों ओर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। कुछ लोग एक कथित तस्वीर के आधार पर भीड़ का नेतृत्व करने के लिए कांग्रेस पार्षद को निशाना बना रहे हैं। सच्चाई इससे बिल्कुल अलग है। हम इस मामले में प्रशासन को चुनौती देते हैं।'' उन्होंने कहा कि इसी तरह 23 सितंबर को उनके द्वारा संबोधित संवाददाता सम्मेलन में ‘‘भावनात्मक बयानबाजी'' के कारण एक अन्य पार्षद पर विरोध प्रदर्शन भड़काने का आरोप लगाया जा रहा है।
उनका कहना है, ‘‘हम आपसे 24 सितंबर की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की न्यायिक जांच कराने का आग्रह करते हैं।'' कांग्रेस नेता और मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने भाजपा के कई नेताओं और कुछ एंकर/सोशल मीडिया ‘इन्फ्लुएंसर' पर किसी व्यक्ति की तस्वीर और फुटेज दिखाने और उसे कांग्रेस के निर्वाचित पार्षद फुंटसोग स्टैनज़िन त्सेपाग के रूप में गलत तरीके से प्रस्तुत करने का आरोप लगाया।
खेड़ा ने कहा, ‘‘हम उन सभी के खिलाफ कानूनी और आपराधिक कार्यवाही कर रहे हैं जिन्होंने न केवल हमारी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की है, बल्कि सामाजिक अशांति पैदा करने और मतभेदों को और बढ़ाने की भी कोशिश की है।'' उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘लद्दाख के लोगों के साथ संवेदनशीलता से बातचीत करने के बजाय, भाजपा और उनके मीडिया/सोशल मीडिया समर्थक अपनी आदत के अनुसार कीचड़ उछाल रहे हैं और लद्दाख के आक्रोश का फायदा उठाने तथा राजनीतिक विरोधियों से हिसाब बराबर करने का मौका तलाश रहे हैं।''