Kunal Kamra Dispute : कुणाल कामरा पर फैसला टला, समिति को रिपोर्ट के लिए मिली अगले सत्र की डेडलाइन
महाराष्ट्र विधान परिषद ने एक प्रस्ताव पारित कर विशेषाधिकार समिति को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ हास्य कलाकार कुणाल कामरा की टिप्पणी पर जांच रिपोर्ट को राज्य विधानमंडल के अगले सत्र की अंतिम तिथि तक प्रस्तुत करने की अनुमति दे दी।
विधान परिषद के सदस्य और समिति के अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रसाद लाड ने सदन में प्रस्ताव पेश कर कामरा और शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (उबाठा) प्रवक्ता सुषमा अंधारे पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए सत्र के अंतिम दिन तक का समय मांगा। विधान परिषद के सदस्य और भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने राज्य विधानमंडल के बजट सत्र के दौरान सत्तारूढ़ शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पर कामरा की टिप्पणी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस पेश किया था।
नोटिस में जिक्र किया गया था कि कामरा के गीत में शिंदे के लिए अपमानजनक संदर्भ था। अंधारे ने कामरा का समर्थन करते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जो विधानमंडल की अवमानना है। विधान परिषद के सभापति राम शिंदे ने जून में विशेषाधिकार हनन का नोटिस समिति को भेजा था। दोनों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन गलत पता होने के कारण नोटिस नहीं पहुंचा था।
मुंबई के खार इलाके स्थित ‘यूनिकॉन्टिनेंटल होटल' के हैबिटेट कॉमेडी क्लब में प्रस्तुति के दौरान कामरा ने 2022 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को तोड़ने के लिए शिंदे को ‘गद्दार' कहा था। कामरा ने फिल्म ‘दिल तो पागल है' के एक गाने को दोबारा अपने शब्दों में लिखा था और इसमें 2022 में शिवसेना को तोड़ने के लिए एकनाथ शिंदे के विद्रोह का वर्णन था। इस व्यंग्य से आहत होकर शिवसेना पदाधिकारी राहुल कनाल और 11 अन्य लोगों ने मुंबई के उस होटल में तोड़फोड़ की, जहां कामरा ने प्रस्तुति दी थी। हिंसा से बेपरवाह कामरा ने माफी मांगने से इनकार कर दिया था।