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Kumki Hathi: केरल के त्रिशूर में जंगली हाथी को वश में करने उतरे ‘कुमकी’ हाथी भरत और विक्रम

Kumki Hathi:  रल के त्रिशूर में उत्पात मचा रहे जंगली हाथी को पकड़ने के लिए दो कुमकी हाथियों भरत और विक्रम को लाया गया है। दरअसल, कुमकी हाथी प्रशिक्षित एशियाई हाथी होते हैं, जिन्हें विशेष रूप से जंगली हाथियों को...

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सांकेतिक फाइल फोटो
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Kumki Hathi:  रल के त्रिशूर में उत्पात मचा रहे जंगली हाथी को पकड़ने के लिए दो कुमकी हाथियों भरत और विक्रम को लाया गया है। दरअसल, कुमकी हाथी प्रशिक्षित एशियाई हाथी होते हैं, जिन्हें विशेष रूप से जंगली हाथियों को नियंत्रित करने, बचाने और वन्यजीव संरक्षण में सहायता करने के लिए तैयार किया जाता है।

“कुमकी” शब्द फारसी शब्द “कुमक” से निकला है, जिसका अर्थ है “सहायता”। ये हाथी मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने, घायल या फंसे हुए जंगली हाथियों को बचाने और उन्हें चिकित्सा उपचार दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

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कुमकी हाथियों का सबसे महत्वपूर्ण कार्य जंगली हाथियों को मानव बस्तियों से दूर भगाना या फंसाना होता है, ताकि फसलों और लोगों को नुकसान न पहुंचे। इसके अलावा, वे वन विभाग की गश्ती और बचाव अभियानों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। अपनी अनुशासित प्रकृति और महावत के आदेशों का पालन करने की क्षमता के कारण वे कठिन परिस्थितियों में भी शांत रहकर कार्य करते हैं।

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कुमकी हाथियों का प्रशिक्षण लंबी और संवेदनशील प्रक्रिया होती है। उन्हें अपने महावत के साथ गहरा संबंध बनाने, आदेशों को समझने और शांत बने रहने की शिक्षा दी जाती है। प्रशिक्षण के दौरान विशेष भाषाओं या संकेतों का उपयोग किया जाता है, ताकि केवल उनका महावत ही उन्हें नियंत्रित कर सके। अपनी बुद्धिमत्ता, साहस और समर्पण के कारण कुमकी हाथी वन्यजीव प्रबंधन और संरक्षण के अमूल्य सहयोगी माने जाते हैं।

केरल वन विभाग ने त्रिशूर जिले में कुथिरन के आवासीय इलाकों में उत्पात मचा रहे एक जंगली हाथी को भगाने के लिए शुक्रवार को दो कुमकी हाथियों को तैनात किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पिछले दो सप्ताह से जंगली हाथी कुथिरन के इरुम्पुपलम क्षेत्र में बार-बार आ रहा है, जिससे निवासियों में दहशत फैल गई है।

पिछले सप्ताह जंगली हाथी को भगाने के प्रयास में एक वन अधिकारी घायल हो गया था तथा विभाग का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया था। हाल में क्षेत्र का दौरा करने वाले वन मंत्री ए. के. शशिंद्रन ने अधिकारियों को सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए।

वन अधिकारियों के अनुसार, हाथी बुधवार और बृहस्पतिवार की रात को आवासीय क्षेत्रों में घुस आया था। उसे वापस जंगल में खदेड़ने के अभियान के तहत दो प्रशिक्षित हाथियों भरत और विक्रम को शुक्रवार को वायनाड स्थित उनके शिविर से लाया गया। कुमकी हाथियों का इस्तेमाल जंगली हाथियों को पकड़ने, शांत करने और उन्हें झुंड में लाने के लिए या संघर्ष की स्थिति में जंगली हाथियों को दूर ले जाने के लिए किया जाता है।

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