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Kolkata Delhi Hospital कोलकाता के चिकित्सकों के साथ आए दिल्ली के डॉक्टर्स, 10 सरकारी अस्पतालों में हड़ताल

डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला
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हड़ताल पर डॉक्टर
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नयी दिल्ली/कोलकाता, 12 अगस्त :  दिल्ली में 10 सरकारी अस्पतालों के चिकित्सकों ने कोलकता में एक रेजीडेंट डॉक्टर के दुष्कर्म एवं हत्या मामले को लेकर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने एक बयान में बताया कि मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, वीएमएमसी और सफदरजंग हॉस्पिटल, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, जीटीबी, इहबास, डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर मेडिकल कॉलेज तथा राष्ट्रीय क्षय एवं श्वसन रोग संस्थान के चिकित्सक सुबह नौ बजे शुरू हुई इस हड़ताल में शामिल हैं। आरडीए के अनुसार, अनिश्चतकालीन हड़ताल के दौरान सभी बाह्यरोगी विभाग (ओपीडी), ऑपरेशन थिएटर और वार्ड ड्यूटी बंद रहेगी, लेकिन आपातकालीन सेवाएं सामान्य दिनों की तरह चालू रहेंगी, ताकि यह सुनिश्चित हो कि आपात चिकित्सा वाले रोगियों को परेशानी न हो। फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक के दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर यह कदम उठाया है। पश्चिम बंगाल के इस सरकारी अस्पताल के सेमीनार हॉल में बृहस्पतिवार रात को 32 वर्षीय डॉक्टर का शव अर्द्ध नग्न हालत में मिला था। बयान में कहा गया है, ‘आरजी कर में हमारे सहकर्मियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, हम 12 अगस्त से अस्तपालों में वैकल्पिक सेवाओं के देशव्यापी निलंबन की घोषणा करते हैं। यह निर्णय सोच-समझकर लिया गया है। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि हमारी आवाज सुनी जाए और न्याय एवं सुरक्षा की मांगों को बिना किसी देरी के स्वीकार किया जाए।'

उधर, पश्चिम बंगाल में एक महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के विरोध में और घटना की मजिस्ट्रेट जांच की मांग को लेकर जूनियर चिकित्सक, प्रशिक्षु और परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सकों की हड़ताल सोमवार को लगातार चौथे दिन भी जारी रहने के कारण अस्पतालों में सेवाएं बाधित हैं। सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन दिन से जूनियर चिकित्सक आपात ड्यूटी कर रहे थे लेकिन सोमवार को सुबह से उन्होंने आपात सेवाएं भी रोक दी हैं। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के एक प्रदर्शनरत जूनियर चिकित्सक ने कहा, ‘हम अपनी सहकर्मी के हत्या मामले की सीबीआई या किसी मौजूदा मजिस्ट्रेट से निष्पक्ष जांच कराना चाहते हैं। हम पुलिस की मौजूदा जांच से असंतुष्ट हैं। न्याय मिलने तक और जब तक राज्य सरकार सभी चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की फुलप्रूफ सुरक्षा सुनिश्चित नहीं करती, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।' आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अंदर शुक्रवार को सुबह परास्नातक प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का शव मिला था। इस मामले में शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, जो अस्पताल परिसर में अक्सर आने वाला एक बाहरी व्यक्ति था। इस स्थिति से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सभी वरिष्ठ चिकित्सकों की छुट्टी रद्द कर दी है। एक अधिकारी ने कहा, ‘हमारे वरिष्ठ चिकित्सक ड्यूटी पर हैं और हम उम्मीद करते हैं कि वे मरीजों की भीड़ से निपट लेंगे। उन्हें स्थिति सामान्य होने तक काम करने का निर्देश दिया गया है।' सोमवार को राज्य सरकार के अस्पतालों के बाह्यरोग विभागों में बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों को देशभर के विभिन्न हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। ‘फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया' (फोरडा) ने हड़ताल का समर्थन किया है और सोमवार को वैकल्पिक सेवाओं को रोकने का देशव्यापी आह्वान किया है। ‘पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम' ने भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर, महिला चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले की जांच के लिए एक निष्पक्ष जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है। उसने राज्य के विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा तथा दोषी को मृत्युदंड देने की भी मांग की है। (भाषा)

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