नयी दिल्ली, 23 नवंबर (एजेंसी)
कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद, पार्टी की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर तथा जनता दल यूनाइटेड के पूर्व महासचिव पवन वर्मा मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। इन तीनों ने तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो इस समय दिल्ली आयी हुई हैं, की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने के बाद आजाद ने कहा, ‘मैं ममता बनर्जी के नेतृत्व में काम करूंगा और मैं जमीन पर काम शुरू करूंगा। भाजपा की राजनीति विभाजनकारी है और हम इसका मुकाबला करेंगे। आज ममता बनर्जी जैसे व्यक्तित्व की देश को जरूरत है।’ 1983 की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य आजाद को दिसंबर 2015 में, दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ में अनियमितताओं को लेकर तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को निशाना बनाने पर भाजपा से निलंबित कर दिया गया था। वह 2018 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले टिकट वितरण में पैसे के लेनदेन का आरोप लगाया था, जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से अलग होना पड़ा था। इस साल फरवरी में उन्होंने ‘अपना भारत मोर्चा’ पार्टी बना ली थी। हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से सांसद रहे तंवर कभी राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे, लेकिन एक वक्त उनकी नाराज़गी इतनी बढ़ गई कि उन्होंने राहुल गांधी के आवास के बाहर ही प्रदर्शन कर दिया था। कांग्रेस छोड़ने के बाद उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनावों में जेजेपी के लिए प्रचार किया वहीं ऐलनाबाद में उन्होंने इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के लिए वोट मांगे। इस बार भी ऐलनाबाद उपचुनाव में उन्होंने अभय की मदद की। सूत्रों का कहना है कि तंवर को हरियाणा में तृणमूल का नेतृत्व सौंपा जा सकता है।
तृणमूल में शामिल होने वाले जद (यू) के पूर्व महासचिव पवन वर्मा, जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्व सलाहकार तथा राज्यसभा के पूर्व सदस्य रहे, को 2020 में जद (यू) से निष्कासित कर दिया गया था।