Kiren Rijiju ने राहुल गांधी को लिया आड़े हाथों, कहा- PAK का दोहरा रहे विमर्श, काश मोदी की बराबरी कर पाते
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर ‘ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में पाकिस्तान का विमर्श दोहराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि काश वह (गांधी) अधिक परिपक्व और बौद्धिक होते तो कम से कम संसद में मुद्दे उठाते समय हमारे नेता की बराबरी कर पाते।
सोमवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले रिजिजू ने कहा कि सरकार नियमों के अनुसार किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है। उन्होंने विपक्ष पर ‘‘सारी मांगें मनवाने'' की जिद करके ‘‘संसद में हावी'' होने का प्रयास करने का आरोप लगाया। 21 अगस्त तक चलने वाले मानसून सत्र के लिए सरकार के पास पर्याप्त विधायी कार्य हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने शुरू में ‘ऑपरेशन सिंदूर' पर सरकार का समर्थन किया था, लेकिन बाद में उन्होंने संघर्ष पर पाकिस्तानी विमर्श को दोहराना शुरू कर दिया। यदि हमारे विपक्ष के नेता हमारे दुश्मन देश का समर्थन कर रहे हैं, जिससे हमारे राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंच रहा है, तो हम इसे किस तरह लें?
आंतरिक रूप से, हमारे बीच हर तरह की असहमति हो सकती है, क्योंकि लोकतंत्र की यही प्रकृति है...बाहर आप दूसरे देश के विमर्श को प्रसारित कर रहे हैं। यह ऐसी बात है जो हमें अस्वीकार्य है। गांधी यह तर्क दे सकते हैं कि विपक्ष के नेता के रूप में उनका काम सरकार की आलोचना करना है। वह ‘ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाक द्वारा फैलाए गए विमर्श को ही दोहरा रहे हैं।
रिजिजू ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के एक समूह ने भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि संघर्ष के दौरान पूरा देश एकजुट रहे। मैं चाहता हूं कि हमारे विपक्ष के नेता ज्यादा परिपक्व, ज्यादा समझदार और ज्यादा बौद्धिक हों, क्योंकि हमें कम से कम अपने नेता (मोदी) के अनुरूप विपक्ष के नेता की जरूरत है।