उन्नाव (यूपी), 5 अक्तूबर (एजेंसी)
जनपद के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव से खेलते वक्त घर के पास से शुक्रवार शाम गायब हुए बच्चे के मामले में पुलिस के हाथ 4 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी के मुताबिक बच्चे की सकुशल वापसी को लेकर 14 टीमें लगा रखी है। गौरतलब है कि गायब हुआ बच्चा पिछले साल दिसम्बर में जलाकर मारी गयी दुष्कर्म पीड़िता का भतीजा है। मामले में पीड़ित परिवार ने गांव के ही 3 महिलाओं सहित 5 लोगों के खिलाफ अपहरण का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। इस मामले में पुलिस महानिरीक्षक लक्ष्मी सिंह ने गांव का दौरा करके पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी। साथ ही परिजनों से सम्पूर्ण घटनाक्रम समझ कार्यवाही का भरोसा दिला था। उसी दिन पीड़ित परिवार की सुरक्षा में लगे गनर, महिला सुरक्षाकर्मी के साथ ही एक अन्य सुरक्षाकर्मी को निलंबित कर दिया था।
पिछले वर्ष 5 दिसंबर को दुष्कर्म पीड़िता को उस समय जिंदा जलाया गया था जब वह अपने मुकदमें की पैरवी में रायबरेली जा रही थी। जिसे इलाज के लिए दिल्ली भेजा गया था। जहां पर उसकी मौत हो गयी थी। इस मामले में पीड़िता के बयान के आधार पर गांव के ही पांच लोगों पर मामला दर्ज करके जेल भेजा गया था। जो मामला अदालत में चल रहा है। इस मामले में नया मोड़ तब आया जब बीते शुक्रवार को पीड़िता के भाई का 6 वर्षीय बेटा खेलते समय अचानक गायब हो गया था। इस मामले में गांव के ही पुराने मामले के आरोपियों से जुड़े कैप्टन बाजपेयी, सरोज त्रिवेदी, अनीता त्रिवेदी, सुंदर लोध व हर्षित के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस सूत्रों के अनुसार सभी नामित को हिरासत में लेने के बाद पूछताछ की जा रही है। इस मामले मे कुछ अन्य से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस की टीमें लगातार बच्चे की बरामदगी के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस की टीमें अलग-अलग तरीके से जांच कर रही हैं।