जम्मू/नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (एजेंसी)
जम्मू जिले के कठुआ में 8 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद हुई नृशंस हत्या के मामले में बच्ची के माता-पिता ने दो दोषियों को जमानत मिलने जबकि छह की सजा बढ़ाने के लिए दायर उनकी याचिका पर सुनवाई नहीं होने पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इन दोषियों को जमानत दी गई है जबकि अदालत घटना को ‘राक्षसी और भयानक अपराध’ करार दे चुकी है। पीड़ित बच्ची को गोद लेने वाले व्यक्ति और बच्ची के जैविक पिता ने कहा कि उन्होंने सुना है कि दो दोषियों- पूर्व उप निरीक्षक आनंद दत्ता और हेड कांस्टेबल तिलक राज- को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया और उनकी बाकी सजा अपील लंबित रहने तक स्थगित की गई है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे आश्चर्य है कि दो आरोपियों को जमानत पर छोड़ा गया है। सजा बढ़ाने की हमारी अपील अब भी लंबित है जबकि उनकी अपील को सुना गया। मुझे आश्चर्य है कि क्या मेरे जैसे गरीब को कभी सुना भी जाएगा। मुझे उम्मीद है कि सुप्रीमकोर्ट इस मामले को देखेगा और कोई कार्रवाई करेगा क्योंकि हमारी याचिका को कोई नहीं सुन रहा है।’ उन्होंने दावा किया कि मामले को इस स्तर तक हल्का करने की कोशिश की जा रही है ताकि सभी दोषी बाहर आ जाएं। उन्होंने कहा, ‘जब आरोपी जमानत पर बाहर आएंगे, तो मुझे डर है कि एक दिन मेरे खिलाफ भी कोई फर्जी मामला दर्ज कर मुझे जेल में डाल दिया जाएगा। वे बहुत ताकतवर लोग हैं।’
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि 17 जनवरी 2018 को आठ साल की बच्ची की लाश मिली थी जिसके बाद पूरे देश में नाराजगी देखी गई। शुरुआती टालमटोल के बाद मामले की जांच उसी साल 27 जनवरी को अपराध शाखा को दी गई जिसने अपराध के पीछे की साजिश का खुलासा किया। जांच में पता चला कि लड़की का अपहरण कर पहले चार दिनों तक दुष्कर्म किया गया और उसके बाद नृशंस तरीके से हत्या की गई।