सुरेश एस. डुग्गर
जम्मू, 4 मई
हालांकि कश्मीर में इस बार कोरोना के 2 सालों के लाकडाउन का असर ईद की भीड़भाड़ पर जरूर नजर आया था पर एटीएम से निकाले गए धन तथा हजम किए गए मीट के आंकड़े कुछ और ही कहानी बयां करते थे। आंकड़ों के अनुसार, इस बार ईद पर कश्मीरी 100 करोड़ का मीट हजम कर गए। इस बार ईद पर तकरीबन 650 ट्रक भर कर बकरे और भेड़ें कश्मीर में पहुंची थीं। आल कश्मीर होलसेल मटन डीलर्स के प्रेसिडेंट मंजूर अहमद कानून के मुताबिक, पिछले सालों के मुकाबले कश्मीर में इस साल मीट की मांग कम रही है। इसके लिए वे कोरोना से उपजे हालात को दोषी ठहराते थे। जानकारी के लिए कश्मीर में प्रतिवर्ष 51000 टन के करीब मीट की खपत होती है जिसकी अनुमानतः कीमत 1200 करोड़ से अधिक होती है। इसमें त्यौहारों के अवसर पर बिकने वाले मीट को शामिल नहीं किया गया है। कश्मीर की ईद की बात हो तो उस दिन एटीएम से निकाली जाने वाली धनराशि की भी चर्चा न की जाए तो ईद की खुशी पूरी नहीं होती। अधिकारियों के अनुसार, इस बार कश्मीरियों ने 323 करोड़ की राशि विभिन्न बैंकों के एटीएम से निकाली है।
एटीएम से निकाली जाने वाली धनराशि का आंकड़ा रखने वाली एजेंसियों के मुताबिक, करीब 4438096 कोशिशें विभिन्न बैंकों के एटीएम से राशि निकालने की की गई जिनमें से 426613 सफल कोशिशों में 323.28 करोड़ रूपया इस ईद पर निकाला गया। हालांकि उनके मुताबिक, पिछली ईदों की बनिस्बत इस बार की निकासी कम थी।