सुरेश एस डुग्गर
जम्मू, 10 फरवरी
कश्मीर में सुरक्षाबलों के लिए परेशानी का कारण वे पूर्व आतंकी बनते जा रहे हैं जो कुछ साल पहले हथियार तो डाल चुके हैं लेकिन वे पुनः आतंकवाद की ओर आकर्षित होकर सीमा पार जाने तथा आतंकी हमलों में शामिल होने लगे हैं। आज एलओसी पर उरी में मारा गया घुसपैठिया एक पूर्व आतंकी था। दरअसल सेना ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में उरी सेक्टर में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात को सेना के जवानों ने उड़ी के दुलानजा में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को ढेर कर दिया। उन्होंने ‘घुसपैठिए’ की पहचान सरफराज़ मीर (56) के तौर पर की जो उरी के कुंडीबारजला कमालकोटे का रहने वाला था।
अधिकारी ने बताया कि मीर 1990 में एलओसी के पार चला गया था और फिर 1992 में वापस आ गया था। उसने 1995 में (सुरक्षा बलों के समक्ष) समर्पण कर दिया था और फिर 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था। उन्होंने बताया कि मीर के पास पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में अधिकारियों द्वारा जारी पहचान पत्र और एक राइफल बरामद हुई है।
अब कश्मीर में हथियार डालने वाले आतंकियों की गिनती और उनका विवरण अपडेट करने की कवायद फिर से आरंभ हुई है। इसकी शुरूआत बडगाम जिले से हुई है। बडगाम के एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है कि जिले में पूर्व आतंकियों के प्रति डाटा फिर से एकत्र किया जा रहा है।