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पूर्वांचल के विकास का रथ खींच रही काशी : मोदी

वाराणसी को 3880 करोड़ की योजनाओं की सौगात
वाराणसी में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ परियोजनाओं का शिलान्यास करते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। साथ हैं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक। -प्रेट्र
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विपक्षी दलों पर कटाक्ष- सत्ता के भूखे लोगों का सिद्धांत ‘परिवार का साथ, परिवार का विकास’

वाराणसी, 11 अप्रैल (एजेंसी)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 3,880 करोड़ रुपये की लागत की 44 परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने जहां अपनी सरकार के विकास कार्य गिनवाये, वहीं विपक्षी दलों पर निशाना साधा।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि आज काशी पूर्वांचल के विकास का रथ खींच रही है। आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है। हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं और हर यात्री कहता है कि बनारस, बहुत बदल गया है।

विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सबका साथ, सबका विकास, राष्ट्र की सेवा में हमारा मार्गदर्शक मंत्र रहा है। इसी भावना के साथ हम हर नागरिक के कल्याण के लिए आगे बढ़ते रहेंगे। इसके विपरीत, सत्ता पाने के लिए खेल खेलने वाले लोग केवल अपने परिवार की उन्नति में रुचि रखते हैं, उनका सिद्धांत परिवार का साथ, परिवार का विकास है।’

मोदी ने भोजपुरी में लोगों का अभिवादन करके अपने भाषण की शुरुआत की और दलित सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए विकास के बारे मोदी ने कहा कि पहले पूर्वांचल में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव था, लेकिन आज काशी स्वास्थ्य की राजधानी बन रही है।

नयी काशी देखने के लिए हर श्रद्धालु उतावला : योगी

महाकुंभ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहली बार काशी पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका आभार जताया। उन्होंने कहा कि विगत 11 वर्षों में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हुए विकास से काशी का कलेवर बदल गया है। अब नयी काशी और उसके नये कलेवर को देखने के लिए पूरे देश के श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी शिक्षा का प्राचीन केंद्र रही है, लेकिन अस्त-व्यस्त पड़े शिक्षा के केंद्रों के साथ ही स्वास्थ्य, पर्यटन, कनेक्टिविटी के लिए पिछले 11 वर्षों में यहां 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं आई हैं।’

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