नयी दिल्ली, 3 दिसंबर (एजेंसी)
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि कोरोना के 5 टीके भारत के शहरी और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों में वितरण के लिए व्यावहारिक हैं और इस महीने के अंत या अगले महीने के शुरू तक इन पांचों में से कम से कम एक टीका लोगों को लगाये जाने की आपात मंजूरी दवा नियामक निकाय से मिल जाएगी।
गौरतलब है कि भारत में कोरोना का टीका बना रही 5 कंपनियों का क्लीनिकल परीक्षण काफी आगे के चरण में पहुंच चुका है। डा. गुलेरिया का यह बयान फाइजर बायोटेक के कोरोना वायरस टीके को ब्रिटेन में आपात मंजूरी मिलने के बीच आया है। डा. गुलेरिया ने कहा कि फाइजर के टीके के भंडारण के लिए शून्य से नीचे 70 डिग्री के तापमान की जरूरत भारत जैसे विकासशील देश में उसकी आपूर्ति के लिए एक बड़ी चुनौती है, खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी कोल्ड चेन सुविधाएं बनाये रखना बड़ा मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, ‘भारत में पांच टीके क्लीनिकल परीक्षण के उन्नत चरणों में हैं और अब तक उनके गंभीर दुष्प्रभाव भी नजर नहीं आये।’