बेंगलुरु, 20 मार्च (एजेंसी)
हिजाब पर फैसला सुनाने वाले कर्नाटक हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस समेत 3 न्यायाधीशों की जान को खतरे के मद्देनजर राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि राज्य सरकार ने तीनों न्यायाधीशों को ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला किया है। इस संबंध में एक व्यक्ति को तमिलनाडु में गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्य न्यायाधीश रितुराज अवस्थी, जस्टिस कृष्णा एस. दीक्षित और जस्टिस जे. एम. खाजी की तीन सदस्यीय पीठ ने 15 मार्च को मुस्लिम छात्राओं के एक वर्ग द्वारा दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया था। इस याचिका में कक्षा के अंदर हिजाब पहनने की अनुमति मांगी गई थी। विधान सौध पुलिस ने शनिवार को एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एक वीडियो क्लिप को लेकर प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें एक व्यक्ति तमिल में बोल रहा था और तीन न्यायाधीशों को जान से मारने की धमकी दे रहा था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु पुलिस ने न्यायाधीशों को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शनिवार को मदुरै में तमिलनाडु तौहीद जमात (टीएनटीजे) नामक संगठन के एक पदाधिकारी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि रहमतुल्ला नामक व्यक्ति ने परोक्ष रूप से धमकी देते हुए झारखंड में एक जिला न्यायाधीश को पिछले साल सुबह की सैर के दौरान एक वाहन द्वारा कुचले जाने का जिक्र किया था।