Tribune
PT
About Us Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

27 साल बाद दिल्ली में कमल का कमाल

48 सीटों के साथ भाजपा की बंपर जीत, केजरीवाल सहित कई दिग्गज हारे
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
नयी दिल्ली में शनिवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर पार्टी की जीत पर जश्न मनाते कार्यकर्ता।-प्रेट्र
Advertisement
दिल्ली, 8 फरवरी (ट्रिन्यू/ एजेंसी)आम आदमी पार्टी और उसके कई दिग्गजों को परास्त करके भाजपा ने शनिवार को दिल्ली की सत्ता में 27 साल बाद वापसी करते हुए इतिहास रच दिया। दिल्ली विधानसभा चुनाव के शनिवार को घोषित परिणाम में भाजपा 70 सीटों में से 48 जीतकर शीर्ष पर रही। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट गयी। कांग्रेस लगातार तीसरी बार खाता खोलने में नाकाम रही और उसके अधिकांश उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गयी। आम आदमी पार्टी के संयोजक एवं पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नयी दिल्ली सीट पर भाजपा के दिग्गज नेता प्रवेश वर्मा ने 4089 वोटों के अंतर से हराया। पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सौरभ भारद्वाज सहित आप के कई अन्य प्रमुख नेता भी हार गये। हालांकि, मुख्यमंत्री आतिशी कालकाजी विधानसभा सीट बचाने में कामयाब रहीं।

संदीप जोशी

अन्ना आंदोलन से नेता के रूप में उभरे अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने 2015 में 67 सीटें जीतकर सरकार बनायी थी और 2020 में 62 सीटों के साथ सत्ता में धमाकेदार वापसी की थी। इसके पहले 2013 के अपने पहले चुनाव में आप ने 28 सीट जीती थीं और कांग्रेस के आठ विधायकों के समर्थन से केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे। दिल्ली में भाजपा ने 1993 में सरकार बनाई थी। उस चुनाव में उसे 49 सीट पर जीत मिली थी। इसके बाद 2020 तक हुए सभी चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा। भाजपा 2015 के चुनाव में सिर्फ तीन सीटों पर सिमट गयी थी, जबकि 2020 में उसकी सीट संख्या बढ़कर आठ हो गयी थी।

Advertisement

केजरीवाल की छल की राजनीति खारिज : कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘दिल्ली के चुनाव नतीजे प्रधानमंत्री की नीतियों पर मुहर नहीं है। यह जनादेश केजरीवाल की छल, कपट और उपलब्धियों के अतिशयोक्तिपूर्ण दावों की राजनीति को खारिज करता है। कांग्रेस भले ही जीत नहीं दर्ज कर पायी, लेकिन दिल्ली में उसकी मजबूत उपस्थिति बनी हुई है, जिसे लाखों कांग्रेस कार्यकर्ताओं के निरंतर प्रयासों से और मजबूत किया जाएगा।

2030 में दिल्ली में कांग्रेस सरकार बनेगी।’

भाजपा सहयोगी जदयू और एलजेपी को नहीं मिली जीत

भाजपा के गठबंधन सहयोगी- जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) दोनों सीटों पर हार गए। भाजपा ने 70 में से 68 सीटों पर चुनाव लड़ा। बुराड़ी जदयू के शैलेंद्र कुमार और देवली एलजेपी(आरवी) के दीपक तंवर के लिए छोड़ी। दोनों उम्मीदवार आप प्रतिद्वंद्वियों से हार गए।

पांच महिलाएं पहुंची विधानसभा

इस बार सीएम आतिशी सहित पांच महिला उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। इससे पहले वर्ष 2020 के चुनाव में यह संख्या आठ थी। आतिशी इस बार जीतने वाली आप की एकमात्र महिला उम्मीदवार हैं। भाजपा की चार महिला उम्मीदवार- रेखा गुप्ता (शालीमार बाग), पूनम शर्मा (वजीरपुर), नीलम पहलवान (नजफगढ़) और शिखा रॉय (ग्रेटर कैलाश) विजयी हुई हैं।

आडंबर, अराजकता, अहंकार की हार : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की जीत को ऐतिहासिक करार दिया और कहा कि दिल्ली एक दशक की 'आप-दा' से मुक्त हुई है। भाजपा की शानदार जीत के बाद पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस जनादेश से स्पष्ट है आज दिल्ली में विकास, विजन और विश्वास की जीत हुई है और आडंबर, अराजकता, अहंकार तथा दिल्ली पर छायी 'आप-दा' की हार हुई है। मोदी ने कहा, 'मैं आश्वस्त करता हूं कि विधानसभा के पहले सत्र में महानियंत्रक एवं लेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट पेश की जाएगी और जो भी भ्रष्टाचार में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। जिसने भी लूटा है, उसको लौटाना पड़ेगा। यह मोदी की गारंटी है।'

मिल्कीपुर उपचुनाव में भी भाजपा की बड़ी जीत

अयोध्या (एजेंसी) : उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा के चंद्रभानु पासवान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61,710 मतों के अंतर से हराया। चुनाव आयोग के अनुसार, पासवान को 1,46,397 वोट मिले, जबकि प्रसाद को 84,687 मत प्राप्त हुए। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संतोष कुमार 5,459 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे।

Advertisement
×