जुझार सिंह ने रचा इतिहास, अबू धाबी में बने पहले भारतीय पावर स्लैप चैंपियन
यह प्रतियोगिता 24 अक्तूबर को नेवादा स्टेट एथलेटिक कमीशन की मंजूरी से आयोजित हुई थी। पंजाब के इस युवा की जीत से पूरे देश और प्रवासी पंजाबी समुदाय में जश्न का माहौल है। पहले राउंड में गलुश्का ने बढ़त बनाई, जबकि दूसरे राउंड में उनके जोरदार थप्पड़ से जुझार की दाहिनी आंख के पास चोट लग गई। लेकिन तीसरे राउंड में जुझार ने शानदार वापसी करते हुए अपनी ताकत और सटीकता से रूसी प्रतिद्वंद्वी को पछाड़ दिया। निर्णायक निर्णय में जजों ने सर्वसम्मति से उन्हें विजेता घोषित किया।
जुझार एक साधारण किसान परिवार से हैं। उन्होंने स्कूल के दिनों में कुश्ती और कबड्डी से खेल जीवन की शुरुआत की थी। बाद में मोहाली के प्रशिक्षण केंद्र में आधुनिक शक्ति और संतुलन अभ्यास अपनाए। सीमित संसाधनों के बावजूद उनकी मेहनत ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया।
भारत लौटकर उन्होंने कहा, ‘यह जीत सिर्फ मेरी नहीं, हर उस भारतीय एथलीट की है जो सीमित साधनों के बावजूद बड़े सपने देखता है।’ अब जुझार सिंह अपने खिताब की रक्षा के लिए आगामी अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं।
