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जेएनयू छात्र संघ : वाम दल का कब्जा, एबीवीपी बाहर

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में वाम एकता (‘आइसा’, ‘एसएफआई’ और ‘डीएसएफ’) ने बृहस्पतिवार को अपना दबदबा बरकरार रखते हुए छात्र संघ चुनाव में केंद्रीय पैनल के सभी पदों पर जीत हासिल कर ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को हार...

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जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में वाम एकता (‘आइसा’, ‘एसएफआई’ और ‘डीएसएफ’) ने बृहस्पतिवार को अपना दबदबा बरकरार रखते हुए छात्र संघ चुनाव में केंद्रीय पैनल के सभी पदों पर जीत हासिल कर ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को हार का मुंह देखना पड़ा। अदिति मिश्रा एबीवीपी के विकास पटेल को 449 मतों से हराकर अध्यक्ष चुनी गईं। किझाकूट गोपिका बाबू ने तान्या कुमारी को हराकर उपाध्यक्ष पद जीता, जबकि सुनील यादव और दानिश अली ने अपने दक्षिणपंथी प्रतिद्वंद्वियों क्रमश: राजेश्वर कांत दुबे और अनुज को हराकर महासचिव और संयुक्त सचिव पद जीते। यह परिणाम एबीवीपी के लिए एक झटका है, जिसने पिछले साल वैभव मीणा के संयुक्त सचिव पद पर जीत के साथ जेएनयूएसयू केंद्रीय पैनल में वापसी की थी। इससे पहले अध्यक्ष पद पर एबीवीपी की एकमात्र जीत 2000-01 में हुई थी, जब संदीप महापात्रा ने वामपंथियों के प्रभुत्व को ध्वस्त किया था। जेएनूय एक ऐसा परिसर है जिसे अक्सर बहस, असहमति और छात्र सक्रियता का केंद्र माना जाता है।

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