जजपा लगाएगी चौटाला का फोटो, अभय बोले- गद्दार नहीं लगा सकते
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 16 मई
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटे- अजय सिंह चौटाला व अभय चौटाला एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। ओमप्रकाश चौटाला के निधन के बाद यह पहला मौका है, जब दोनों के बीच सार्वजनिक रूप से टकराव देखने को मिला है। दरअस
ल, शुक्रवार को जजपा ने रोहतक में पार्टी के प्रदेश कार्यालय की शुरुआत की। इस मौके पार्टी सुप्रीमो व पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला ने पर ऐलान किया कि अब पार्टी अपने सभी पोस्टरों में पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का फोटो लगाएगी।
दूसरी ओर, इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला ने भी शुक्रवार को चंडीगढ़ में पंजाब व हरियाणा के बीच चल रहे पानी विवाद को लेकर आपात बैठक बुलाई हुई थी। बैठक के बाद मीडिया ने अभय चौटाला से जजपा द्वारा चौटाला का फोटो पोस्टरों में लगाने के बयान पर सवाल पूछा। इस पर, नाराज नजर आए अभय ने कहा- ‘चौटाला साहब कह कर गए थे कि ये पार्टी के गद्दार हैं। गद्दार कैसे चौटाला साहब का फोटो लगा सकते हैं।’
दरअसल, रोहतक में हुई पार्टी की बैठक के बाद जजपा सुप्रीमो अजय चौटाला ने ऐलान किया था कि अब जजपा के पोस्टर पर ओमप्रकाश चौटाला की तस्वीर होगी। अजय ने कहा- ‘हम सभी ने ओमप्रकाश चौटाला से राजनीति सीखी है। वे (चौटाला) हम सभी के आदर्श हैं। इसलिए जजपा के सभी पोस्टरों पर चौटाला साहब की तस्वीर लगाई जाएगी।’ बैठक में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला सहित पार्टी के अधिकांश वरिष्ठ नेता व जिलाध्यक्ष व जिला प्रभारी मौजूद रहे।
2018 से है विवाद : पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला व छोटे पुत्र दुष्यंत चौटाला के बीच वर्ष 2018 से विवाद चला आ रहा है। सितंबर-2018 में देवीलाल की जयंती के मौके पर गोहाना में इनेलो की प्रदेश स्तरीय रैली में चौटाला की मौजूदगी में उस समय हिसार से सांसद रहे दुष्यंत चौटाला के समर्थन में नारे लगे। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए चौटाला ने अजय चौटाला के दोनों बेटों दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। बाद में अजय चौटाला भी इनेलो से बाहर हो गए।
2019 में बनी जजपा परिवार में विरोध इतना बढ़ गया कि 2019 में दुष्यंत चौटाला ने जींद में रैली करके जननायक जनता पार्टी (जजपा) बनाने का ऐलान किया। 2019 के विधानसभा चुनाव में जजपा ने दस सीटों पर जीत हासिल की और करीब साढ़े चार वर्षों तक भाजपा के साथ सरकार में गठबंधन सहयोगी रही। इस दौरान, दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम रहे। हालांकि, 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में जजपा खाता भी नहीं खोल पाई। जजपा का गठन उस समय हुआ, जब ओमप्रकाश चौटाला और अजय सिंह चौटाला तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे।
अभय के सिर बंधी पगड़ी परिवार के मुखिया और इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के निधन के बाद पार्टी और परिवार की जिम्मेदारी अभय चौटाला के कंधों पर आई। बेशक, अजय सिंह चौटाला ज्येष्ठ पुत्र हैं, लेकिन परिवार और समाज ने पगड़ी छोटे बेटे अभय चौटाला के सिर पर बांधी। इतना ही नहीं, अब इनेलो का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी अभय चौटाला को बनाया जा चुका है।