Jind News : 6 हजार बंदर पकड़े जाने के बाद भी राहत नहीं, घोटाले के लगे आरोप; एंटी करप्शन ब्यूरो के हाथ में जांच की कमान
जसमेर मलिक/हमारे प्रतिनिधि
जींद, 6 मार्च
Jind News : जींद नगर परिषद क्षेत्र में बंदर पकड़ने के मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा की जाएगी। इसे लेकर एडीजीपी ने आदेश जारी किए हैं। हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने बंदर पकड़ने में गड़बड़ी के मामले की जांच को लेकर चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा था, जिस पर कार्रवाई शुरू हो गई है।
आरोप लगे थे कि बंदर पकड़ने के मामले में घोटाला किया गया है। जींद शहर में नगर परिषद द्वारा 6 हजार बंदर पकड़वाने के दावे किए गए थे। हालांकि 6 हजार बंदर पकड़े जाने के बाद भी लोगों को इनसे राहत नहीं मिली थी। शहर में बंदरों के झुंड लगातार घूम रहे हैं और आए दिन लोगों को काट भी रहे हैं। जींद शहर के लोगों द्वारा मामला डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा के संज्ञान में लाया गया था। लोगों का कहना था कि बंदर पकड़ने के मामले में घोटाला किया गया है।
अगर इतनी संख्या में बंदरों को पकड़ा गया तो इनका आतंक क्यों है। नगर परिषद ने बंदरों को पकड़ने के लिए जिस ठेकेदार को ठेका दिया था, उसको प्रति बंदर 1700 रुपये का भुगतान नगर परिषद द्वारा किया गया था। इस हिसाब से एक करोड़ से ज्यादा के बंदर पकड़े गए थे, लेकिन हैरानी की बात थी कि 6 हजार बंदर पकड़े जाने के बाद भी लोगों को इनसे निजात नहीं मिली।
बंदर पकड़ने की जांच करेगी एसीबी
जींद शहर में बंदर पकड़ने में धांधली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए जींद के बीजेपी विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष डा. कृष्ण मिड्ढा ने चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखा था। चीफ सेक्रेटरी ने मामला एसीबी को भेजा था। अब एंटी करप्शन ब्यूरो के एडीजीपी ने मामले की जांच करवाने के आदेश जारी किए हैं। डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि यदि बंदर पकड़ने के मामले में घोटाला किया गया है, तो वो एसीबी की जांच में सामने आ जाएगा। भ्रष्टाचार करने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।