Jind Murder Case : जींद में डबल मर्डर 3 आरोपी गिरफ्तार, दो भाइयों की गोली मार की थी हत्या
जसमेर मलिक/जींद, 10 अप्रैल (हमारे प्रतिनिधि)
Jind Murder Case : जींद में बुधवार रात 2 बजे गैस एजेंसी संचालक दो भाइयों की हत्या के 3 आरोपियों को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान निर्जन निवासी सुरेश, मोहित और लक्ष्य के रूप में हुई है। सुरेश मोहित का पिता और लक्ष्य मोहित का दोस्त है।
बृहस्पतिवार को बुलाए पत्रकार सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए डीएसपी जितेंद्र, सिविल लाइन पुलिस थाना इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और वारदात में प्रयोग किए गए हथियार, गाड़ी बरामद की जाएगी।
गौरतलब है कि मंगलवार-बुधवार की रात 2 बजे के करीब सफीदों रोड बाईपास पर गैस एजेंसी संचालक निर्जन गांव निवासी सतीश और दिलबाग की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। दोनों सगे भाइयों की हत्या का कारण यूं तो पांच-सात साल से चला आ रहा जमीनी विवाद है, लेकिन मंगलवार को यह चिंगारी बहुत छोटी सी बात से ही भड़क गई थी।
गाड़ी से धूल उड़ने पर टोकने से हुआ विवाद
सतीश और दिलबाग मंगलवार की शाम को सफीदों बाईपास पर कुर्सी डालकर बैठे हुए थे। तभी आरोपी सुरेश का बेटा मोहित गाड़ी दौड़ाते हुए आया और उनकी कुर्सी के पास ब्रेक लगाई। इससे धूल उठी तो सतीश ने उसे टोका और कहा कि गाड़ी आराम से चला ले, धूल उड़ रही है। इसी बात पर उनके बीच कहासुनी हो गई थी और सुरेश के बेटे मोहित ने सतीश और दिलबाग के साथ मारपीट की थी। बाद में रात को लगभग 11 बजे सतीश के बेटे पर भी आरोपियों ने फायरिंग की। इसके बाद रात को दो बजे आरोपी गैस एजेंसी पर पहुंचे और यहां बैठे सतीश तथा दिलबाग पर गोलियां बरसा दी। इसमें सतीश और दिलबाग की मौत हो गई थी।
मृतक सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही बसाया था आरोपियों का परिवार
ग्रामीणों की मानें तो आरोपी सुरेश का परिवार दलाल गोत्र का है और मृतक सतीश व दिलबाग फोर गोत्र के हैं। सतीश व दिलबाग के परिवार ने ही पांच पीढ़ी पहले सुरेश के परिवार को गांव निर्जन में बसाया था। उन्हें जमीन दान में दी थी। लगभग पांच पीढ़ियों से दोनों परिवारों में भाईचारा चल रहा था।
करोड़ों की हुई जमीन तो बढ़ा विवाद
अक्तूबर 2024 में दिलबाग व सतीश द्वारा सफीदों रोड फ्लाईओवर के पास अपने हिस्से की जमीन पर बनाई गई कालोनी को नगर परिषद द्वारा अप्रूव्ड कर दिया गया था। नगर परिषद ने इस कालोनी में गलियों को भी पक्का कर दिया था। नेशनल हाईवे और फ्लाईओवर के चलते जमीन के रेट करोड़ों में पहुंच गए थे।
आरोपी सुरेश भी इस जमीन पर कालोनी काटना चाहता था, लेकिन गैस एजेंसी संचालक दिलबाग व सतीश ने आरोपी सुरेश के खेत की तरफ जाने वाली तीनों गलियों पर दीवार बना दी थी। यह मामला नगर परिषद जींद में भी पहुंचा था। इसके बाद 17 सितंबर 2024 को नगर परिषद का अमला मौके पर पहुंचा था और उन दीवारों को हटवाकर आरोपी सुरेश को रास्ता दिला दिया था। दीवार हटाने के बाद से दोनों पक्षों के बीच में तनातनी चल रही थी और मामला अदालत में चल रहा है।
मौका-ए- वारदात पर मिले गोलियों के 7 खोल, मृतकों को लगी दो-दो गोलियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार गैस एजेंसी के पास मौका-ए- वारदात पर बड़ी डोगा बंदूक की गोलियों के 7 खोल मिले हैं। मृतक दिलबाग के पेट और टांग में गोली लगी है, जबकि सतीश के पेट और छाती पर गोलियों के निशान मिले हैं। ऐसा लग रहा है कि गोली बहुत नजदीक से मारी गई है, क्योंकि गोली शरीर में नहीं थी और आर-पार निकली हुई थी। वहीं जहां गोली आर-पार के निशान थे, वहां शरीर में बड़ा होल बना हुआ था।