झारखंड आंदोलन के पुरोधा दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन, 3 बार CM व 7 बार MP रहे
Shibu Soren Passed Away: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। उनके बेटे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निधन की जानकारी दी।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन गुर्दे संबंधी समस्याओं के कारण एक महीने से ज्यादा समय से दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में इलाज करा रहे थे। हेमंत सोरेन ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सबको छोड़कर चले गए... मैं आज ‘शून्य' हो गया हूं।''
आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सभी को छोड़कर चले गए हैं।
आज मैं शून्य हो गया हूँ...
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 4, 2025
शिबू सोरेन लंबे समय से नियमित रूप से अस्पताल में इलाज करा रहे थे। सर गंगा राम अस्पताल के ‘नेफ्रोलॉजी' विभाग के अध्यक्ष डॉ. ए. के. भल्ला के अनुसार, शिबू सोरेन को सुबह आठ बजकर 56 मिनट पर मृत घोषित कर दिया गया। उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया।
डॉक्टर ने कहा, ‘‘वह गुर्दे की बीमारियों से पीड़ित थे और उन्हें डेढ़ महीने पहले दौरा भी पड़ा था। वह पिछले एक महीने से जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।'' हेमंत सोरेन ने उनके पिता के राष्ट्रीय राजधानी के इस अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान 24 जून को बताया था, ‘‘उन्हें (शिबू सोरेन को) हाल में यहां भर्ती कराया गया था, इसलिए हम उन्हें देखने आए हैं। फिलहाल उनकी स्वास्थ्य जांच की जा रही है।''
हेमंत सोरेन ने पिछले सप्ताह कहा था कि आदिवासी नेता शिबू सोरेन ने कई जंग लड़ी हैं और वह अपने स्वास्थ्य की जंग भी जीत जाएंगे। शिबू सोरेन पिछले 38 वर्षों से झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता थे और पार्टी के संस्थापक संरक्षक भी थे।
झारखंड के निर्माण में शिबू सोरेन की भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा: राहुल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन पर सोमवार को दुख जताते हुए कहा कि उन्होंने आदिवासियों के लिए आजीवन संघर्ष किया और झारखंड राज्य के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के वरिष्ठ नेता शिबू सोरेन जी के निधन का समाचार सुनकर गहरा दुख हुआ। आदिवासी समाज की मज़बूत आवाज़ बनकर सोरेन जी ने उनके हक़ और अधिकारों के लिए आजीवन संघर्ष किया। झारखंड के निर्माण में उनकी भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘हेमंत सोरेन जी और पूरे सोरेन परिवार के साथ-साथ गुरुजी के सभी समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।''