Jawaharlal Nehru Legacy : पीओके–चीन कब्जा और धारा 370 को लेकर भाजपा का सोनिया गांधी पर निशाना, कहा- यह नेहरू की विरासत
जम्मू कश्मीर, चीन पर ‘ऐतिहासिक भूल' नेहरू की विरासत: भाजपा का सोनिया गांधी पर पलटवार
Jawaharlal Nehru Legacy : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को आरोप लगाया कि पाकिस्तान और चीन को भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने की अनुमति देना तथा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देना जैसी ऐतिहासिक भूल जवाहरलाल नेहरू की विरासत है। भाजपा ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी पर भी उनके इस आरोप के लिए निशाना साधा कि मौजूदा सरकार का मुख्य उद्देश्य नेहरू को बदनाम करना है।
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष के आरोपों को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने पलटवार करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने अपने आरोप में जिस शब्द का प्रयोग किया, वह उनके बेटे राहुल गांधी का ‘‘समानार्थी'' है। अगर आज भारतीय राजनीति में कोई 'भस्मासुर' है, तो वह राहुल गांधी हैं। उन्होंने महाराष्ट्र में शरद पवार और उद्धव ठाकरे की पार्टियों को बर्बाद कर दिया, और फिर लोकसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन करके उन्हें बर्बाद किया।
सोनिया गांधी ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा का लक्ष्य न केवल देश के पहले प्रधानमंत्री की विरासत को ‘‘मिटाना'' है, बल्कि उनकी सामाजिक और राजनीतिक बुनियादों को ‘‘नष्ट'' करना है।
भाटिया ने कहा कि हाल में बिहार (चुनाव) में तेजस्वी यादव को नष्ट करने के बाद, वह अब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव को नष्ट करने के लिए जा रहे हैं। सोनिया गांधी ने शुक्रवार को दावा किया था कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को बदनाम करने के ‘प्रोजेक्ट' को आगे बढ़ाया जा रहा है तथा वर्तमान सरकार का मुख्य उद्देश्य भी यही है।
उन्होंने यहां ‘जवाहर भवन' में आयोजित एक कार्यक्रम में यह भी कहा कि इस ‘प्रोजेक्ट' का सामूहिक रूप से मुकाबला करना होगा। गांधी ने आधुनिक भारत के निर्माण में नेहरू के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि आज न सिर्फ उनके व्यक्तित्व एवं उनके योगदान को कमतर करने के प्रयास किये जा रहे हैं, बल्कि उनकी बहुआयामी विरासत को भी कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
उनके आरोप पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाटिया ने पूछा कि नेहरू की विरासत क्या है? नेहरू की विरासत में संविधान में अनुच्छेद 370 को शामिल करना, चीन के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने का प्रस्ताव ठुकराना तथा पाकिस्तान और चीन, दोनों को भारतीय क्षेत्र पर कब्जा करने की अनुमति देना शामिल है। उन्होंने सोनिया गांधी से इन ‘ऐतिहासिक भूलों' पर जवाब मांगा।

