उधमपुर/जम्मू, 22 जून (एजेंसी)
जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गयी। इसके चलते निर्माणाधीन पुल की ‘शटरिंग’ और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग का 150 फुट लंबा खंड पानी में बह गया। अधिकारियों ने बताया कि रामबन और उधमपुर जिलों में भूस्खलन के कारण रणनीतिक महत्व का मार्ग बंद रहा, जिससे बड़ी संख्या में वाहन फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाली मुगल रोड पर भी भूस्खलन के कारण यातायात बाधित रहा। वहीं डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। लोगों से घरों में ही रहने के लिए कहा गया है। पुलिस ने बताया कि सड़क निर्माण की कई मशीन भी तवी नदी में बह गई।
अधिकारियों ने कहा कि रामबन और उधमपुर जिलों में 270 किलोमीटर लंबे राजमार्ग पर 33 से अधिक स्थानों पर भूस्खलन और कई स्थानों पर चट्टानें गिरने की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि पंथियाल में मंगलवार को चट्टानें गिरने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था। वहां के हालात के संबंध में अधिकारियों ने कहा कि खरी से महू और खारी से नचलाना को जोड़ने वाली सड़क चट्टानें गिरने के कारण बाधित है। सड़क का एक हिस्सा हिरनिहाल में जलमग्न हो गया। खबरों के मुताबिक, राजमार्ग के किनारे विभिन्न स्थानों पर तकरीबन एक हज़ार से अधिक वाहन फंसे हुए हैं। फंसे हुए यात्रियों को भोजन और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई गयी हैं।
बारिश और बर्फबारी ने बढ़ाई मुसीबत
बारिश और बर्फबारी से मुसीबत बढ़ गयी है। झेलम और कुलगाम से होकर बहने वाली वैशव धारा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है, जिससे ठंड की स्थिति पैदा हो गई है। श्रीनगर में मंगलवार जून के महीने में 50 साल में सबसे सर्द दिन रहा। अमरनाथ गुफा मंदिर सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी से दिन के तापमान में भारी गिरावट आई है। जम्मू में मौसम केंद्र के मुताबिक, किश्तवाड़ सहित कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।