जल संग्राम पानी के 10 दिन के बंटवारे का फैसला अब बीबीएमबी के पाले में
चरणजीत भुल्लर/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 15 मई
भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की तकनीकी समिति की बैठक में बृहस्पतिवार को भाखड़ा नहर के पानी को लेकर पंजाब और हरियाणा में टकराव हो गया। बैठक में तीखी बहसबाजी भी हुई। पिछले कुछ दिनों में हरियाणा को अतिरिक्त पानी देने के निर्णय पर उठे विवाद के बाद यह बीबीएमबी की पहली बैठक थी जिसमें पंजाब भी शामिल था। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के मुख्य अभियंताओं ने 21 मई से 31 मई तक अपने-अपने राज्य के लिए पानी की मांग की। बैठक में पंजाब ने उक्त दस दिन के लिए 17 हजार क्यूसेक, राजस्थान ने 12 हजार क्यूसेक तथा हरियाणा ने 10,300 क्यूसेक पानी देने की मांग की, जिस पर बीबीएमबी
फैसला करेगा।
बैठक में पहले जून माह के लिए पानी की मांग पर चर्चा होनी थी, लेकिन बाद में दस दिन के लिए पानी देने की मांग पर चर्चा की गई। बीबीएमबी चेयरमैन मनोज त्रिपाठी की भूमिका से आज पंजाब कुछ हद तक नरम दिखा।
आज करीब डेढ़ घंटा चली बैठक में बीबीएमबी के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने तकनीकी मुद्दों से निपटने के लिए एक तकनीकी समिति बनाने का निर्णय लिया, जिसमें भाग लेने वाले राज्यों को भी शामिल किया जाएगा। बीबीएमबी तकनीकी समिति की अगली बैठक 31 मई को होने की संभावना है।
हरियाणा व राजस्थान वापस करें पानी : पंजाब
पंजाब ने यह मुद्दा भी उठाया कि हरियाणा और राजस्थान ने वर्ष 2024-25 के दौरान अपने हिस्से से अधिक पानी का उपयोग कर लिया है और बदले में दोनों राज्यों को बांधों में जल स्तर कम होने पर पंजाब को पानी वापस करना चाहिए। यह भी निर्णय लिया गया कि पौंग बांध की तीसरी सुरंग का मरम्मत कार्य फिलहाल न किया जाए तथा पानी छोड़ दिया जाए।