पुतिन से मिले जयशंकर, भारत-रूस संबंध और विस्तारित करने पर चर्चा
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की और समझा जाता है कि उन्होंने भारत-रूस संबंधों को और विस्तारित करने के तरीकों पर चर्चा की।
यह बैठक जयशंकर द्वारा रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ व्यापक वार्ता के कुछ घंटों बाद हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को बढ़ाने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया गया। जयशंकर ने लावरोव के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, ‘हमारा मानना है कि भारत और रूस के बीच संबंध द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के सबसे प्रमुख संबंधों में से एक रहे हैं।’दोनों देशों द्वारा रूस को भारतीय निर्यात बढ़ाने सहित द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने का यह संकल्प, व्यापार और टैरिफ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर भारत-अमेरिका संबंधों में बढ़ती दूरी के बीच लिया गया है। बातचीत में दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने के तरीकों तथा यूक्रेन, पश्चिम एशिया और अफग़ानिस्तान में स्थिति पर भी विचार-विमर्श किया।
‘चीन है रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार’
नयी दिल्ली : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा, 'हम रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदार नहीं हैं। वह चीन है। हम रूसी एलएनजी के सबसे बड़े खरीदार नहीं हैं।' उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के रूस से कच्चा तेल खरीदने का समर्थक था। उन्होंने कहा, 'संयोग से, हम अमेरिका से भी तेल खरीदते हैं और यह मात्रा बढ़ती जा रही है।'