उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद पहली बार मंच पर बोले जगदीप धनखड़, RSS को लेकर कही बड़ी बात
JAGDEEP DHANKHAR: देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि उनके लिए कर्तव्य सबसे ऊपर है और उनका “हालिया अतीत” इसका प्रमाण है।स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए चार महीने पहले दिए गए उनके अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक संबोधन था।
धनखड़ शुक्रवार को मुंबई में आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. मनमोहन वैद्य की पुस्तक के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। अपने संबोधन में उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की विचारधारा, दृष्टि और उसके सामाजिक योगदान की प्रशंसा की।
“कर्तव्य पहले, फ्लाइट बाद में”, धनखड़ का चुटीला बयान
कार्यक्रम के दौरान अचानक एक व्यक्ति मंच की ओर बढ़ा और उन्हें याद दिलाया कि उनकी दिल्ली के लिए शाम 7.30 बजे की फ्लाइट है। इस पर धनखड़ मुस्कुराते हुए बोले, “मेरी फ्लाइट है, लेकिन मैं फ्लाइट पकड़ने के लिए कर्तव्य नहीं छोड़ सकता… और मेरे हालिया अतीत में इसका सबूत है।” उनके इस कथन पर सभा में मौजूद लोगों के बीच ठहाके गूंज उठे।
RSS को लेकर ‘गलत धारणाओं’ का खंडन
पुस्तक के विषय पर धनखड़ ने कहा कि यह किताब उन प्रचारों और भ्रांतियों को तोड़ती है, जिनमें आरएसएस को अतिदक्षिणपंथी संगठन के रूप में प्रस्तुत किया जाता है या महात्मा गांधी की हत्या से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप “पूरी तरह निराधार” हैं और पुस्तक इन धारणाओं का तथ्यात्मक खंडन करती है।
पहला संबोधन, कई संकेत
धनखड़ का यह संबोधन उनके त्यागपत्र के बाद आया है, जिसने उस समय राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें पैदा कर दी थीं। उनके “कर्तव्य” संबंधी बयान को भी राजनीतिक संदर्भ में देखा जा रहा है।
