जानवरों के लिए ‘पशु' शब्द का इस्तेमाल ठीक नहीं : राष्ट्रपति मुर्मू
बरेली, 30 जून (एजेंसी)राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को कहा कि जानवरों के लिये पशु शब्द का इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। मुर्मू ने जानवरों को ‘जीवन धन' करार दिया। राष्ट्रपति ने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) के 11वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, 'जानवरों के बिना किसान आगे नहीं बढ़ सकता, इसलिए ‘पशु' शब्द ठीक नहीं लगता। उनके बिना हम जिंदगी सोच नहीं सकते।' उन्होंने कहा, 'हमारी संस्कृति जीव-जंतुओं में ईश्वर की उपस्थिति को देखती है। पशुओं से हमारे देवताओं और ऋषि-मुनियों का संवाद होता है। यह मान्यता भी इस सोच पर आधारित है। भगवान के कई अवतार भी इसी विशिष्ट श्रेणी में हैं।' मुर्मू ने जैव विविधता के महत्व को दर्शाते हुए कहा कि आईवीआरआई जैसी संस्थाओं से अपील है कि वे जैव विविधता को बढ़ाने में अग्रणी भूमिका निभाएं और आदर्श प्रस्तुत करें। उन्होंने अपने बचपन की किस्सों का उदाहरण देते हुए कहा, ‘हम जब छोटे थे तब बहुत सारे गिद्ध थे, लेकिन आज गिद्ध लुप्त हो गए हैं।
पशुपालन के बिना खेती लाभ का धंधा नहीं बन सकती : चौहान
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि पशुपालन अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके बिना खेती लाभ का धंधा नहीं बन सकती। आईवीआरआई के दीक्षांत समारोह में चौहान ने उपाधिधारकों का आह्वान करते हुए कहा, ‘पशुपालन के बिना खेती लाभकारी नहीं हो सकती है, इसलिए यह आज भी महत्वपूर्ण है तथा आगे और भी काम करने की जरूरत है।'