Gaza Blockade गाजा पहुंचने से पहले इजरायली नौसेना ने ‘ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला’ रोका, ग्रेटा थनबर्ग समेत 500 कार्यकर्ता सुरक्षित
Gaza Blockade गाजा की समुद्री नाकेबंदी तोड़ने की अब तक की सबसे बड़ी कोशिश बुधवार रात उस समय रुक गई, जब इजरायली नौसेना ने भूमध्य सागर में ‘ग्लोबल सुमूद फ्लोटिला’ को रोक लिया। लगभग 50 नौकाओं और 500 कार्यकर्ताओं का यह बेड़ा गाजा के तट तक मानवीय सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से रवाना हुआ था। इसमें पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, नेल्सन मंडेला के पोते मंडला मंडेला, बार्सिलोना की पूर्व मेयर एडा कोलाउ और कई यूरोपीय सांसद शामिल थे। इजरायली अधिकारियों ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और उन्हें अशदूद बंदरगाह लाकर निर्वासित किया जाएगा।
नौकाएं रोकी गईं, कार्यकर्ता अड़े
आयोजकों के अनुसार, ‘सिरियस’, ‘अल्मा’ और ‘अदारा’ नामक तीन नौकाओं को गाजा से लगभग 70 नौटिकल मील पहले रोक लिया गया। अमेरिकी पूर्व सैनिक ग्रेग स्टोकर ने बताया कि करीब दर्जनभर इजरायली नौसैनिक जहाजों ने अचानक उनका पीछा किया और इंजन बंद करने का आदेश दिया। कुछ कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि इजरायली बलों ने पानी की बौछारें कीं। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे गाजा की नाकेबंदी तोड़ने के अपने मिशन से पीछे नहीं हटेंगे।
इजरायली विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक वीडियो जारी कर कहा कि ‘ग्रेटा और उनके साथी सुरक्षित और स्वस्थ हैं।’ इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी ने स्पष्ट किया कि इस अभियान में हिंसा का प्रयोग न करने का निर्देश दिया गया है और कार्यकर्ताओं को आने वाले दिनों में वापस भेजा जाएगा।
वहीं, तुर्किये के विदेश मंत्रालय ने इस कार्रवाई को ‘आतंकवाद’ और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया और तुर्क नागरिकों समेत सभी यात्रियों की तत्काल रिहाई की मांग की।
सबसे बड़ा प्रयास
यह बेड़ा एक महीने पहले स्पेन के बार्सिलोना से रवाना हुआ था। आयोजकों का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा प्रयास है, जिसमें दर्जनों नौकाओं के जरिए 18 वर्षों से जारी इजरायली समुद्री नाकेबंदी को तोड़ने की कोशिश की गई। नावों पर सवार कार्यकर्ता लगातार लाइव प्रसारण कर गाजा के लोगों के लिए एकजुटता संदेश दे रहे थे और ‘फ्री पैलेस्टाइन’ के नारे लगा रहे थे।