दुबई, 18 जून (एजेंसी)
इस्राइल के लड़ाकू विमानों ने यूरेनियम ‘सेंट्रीफ्यूज’ और मिसाइलों के कल-पुर्जे बनाने वाले केंद्रों को निशाना बनाते हुए ईरान की राजधानी तेहरान पर बमबारी की। वहीं, बुधवार को ईरान ने इस्राइल पर कई मिसाइलें दागीं और चेतावनी दी कि अमेरिका के किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप से क्षेत्र में पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा।
इस्राइल की सेना ने कहा है कि उसने पश्चिमी ईरान के केरमानशाह क्षेत्र में एक अड्डे पर ईरान के पांच एएच-1 हेलीकॉप्टर को नष्ट कर दिया है। इस्राइल ने हेलीकॉप्टर को नष्ट करने वाली बमबारी का एक वीडियो भी प्रसारित किया। ईरान ने जवाबी हमलों में लगभग 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं। जिनेवा में ईरान के राजदूत अली बहरीनी ने कहा कि उनका देश इस्राइल की ‘आक्रामकता’ का कड़ा जवाब देगा। इस्राइल के रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने एक पोस्ट में कहा, ‘तेहरान पर तूफान आ रहा है। तानाशाही का पतन ऐसे ही होता है।’
ईरान में 585 लोगों की मौत
ईरान में इस्राइली हमलों में 585 लोगों की मौत हो गयी और 1,326 अन्य लोग घायल हो गए हैं। वाशिंगटन के संगठन ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स’ ने बताया कि समूह ने हमलों में जान गंवाने वाले लोगों में से 239 की पहचान असैन्य नागरिकों के रूप में और 126 की पहचान सुरक्षा कर्मियों के रूप में की है।
खामेनेई ने खारिज किया आत्मसमर्पण का आह्वान
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने आत्मसमर्पण करने के अमेरिकी आह्वान को खारिज कर दिया और चेतावनी दी कि संघर्ष में अमेरिका की किसी भी सैन्य भागीदारी से उसे ‘अपूरणीय क्षति’ होगी। सरकारी टेलीविजन पर ईरान के सर्वोच्च नेता का वीडियो बयान प्रसारित किया गया। अपने वीडियो संदेश में खामेनेई ने कहा, ‘जो ईरान, उसके लोगों और इतिहास को जानते हैं, वे इस राष्ट्र से कभी भी धमकी भरी भाषा में बात नहीं करते, क्योंकि ईरान आत्मसमर्पण करने वाला देश नहीं है।’ इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक ‘पोस्ट’ में ईरान से ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ करने का आह्वान किया।