IPS Y Puran Kumar suicide case वाई पूरन कुमार का अपमान पूरे दलित समाज का अपमान : राहुल गांधी
चंडीगढ़ में एडीजीपी वाई पूरन कुमार के परिवार से मिले राहुल गांधी
आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की संदिग्ध आत्महत्या के मामले ने हरियाणा ही नहीं, पूरे देश को झकझोर दिया है। मंगलवार को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी वाई पूरन कुमार के परिवार से मिलने पहुंचे। परिवार में उनकी पत्नी, आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार और दो छोटी बेटियां हैं। मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत की और कहा कि यह सिर्फ एक अधिकारी या एक परिवार की त्रासदी नहीं है, बल्कि यह देश के करोड़ों दलित भाई-बहनों के सम्मान और सुरक्षा का सवाल है।
‘एक बहन ने पति खोया, दो बेटियों ने पिता खोया’
राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने अमनीत पी. कुमार से बात की और महसूस किया कि परिवार किस दर्द से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, ‘एक बहन ने अपने पति को खोया है, दो बेटियों ने अपने पापा को खोया है। उन पर बहुत दबाव है। यह किसी परिवार की निजी घटना नहीं, बल्कि हमारे समाज के लिए गहरा संदेश है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि वाई पूरन कुमार के साथ वर्षों से सिस्टेमेटिक भेदभाव किया जा रहा था। ‘यह कोई दस-पंद्रह साल की बात नहीं, बल्कि बरसों से चल रहा सिस्टेमेटिक उत्पीड़न था। उनके आत्मसम्मान और करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ अधिकारी लगातार संगठित तरीके से काम कर रहे थे।’
दलित समाज के प्रति गलत संदेश
राहुल गांधी ने कहा कि इस घटना से देशभर के दलितों में बेहद गलत संदेश गया है। उन्होंने कहा, ‘यह बात दलित समाज के हर व्यक्ति को चोट पहुंचा रही है। इससे यह धारणा बन रही है कि चाहे वे कितने ही योग्य, बुद्धिमान या मेहनती क्यों न हों, अगर वे दलित हैं तो उन्हें दबाया जा सकता है, उन्हें कुचला जा सकता है। यह किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल एक अधिकारी की जान लेती हैं, बल्कि समाज के एक बड़े वर्ग का विश्वास भी तोड़ देती हैं।
सरकार तमाशा बंद कर तुरंत कार्रवाई करे
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को सीधा संदेश देते हुए कहा कि सरकार को अब ‘तमाशा बंद कर’ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘सरकार ने परिवार और बेटियों को जो आश्वासन दिया है, उसे पूरा कीजिए। अब दिखावे की राजनीति नहीं चलेगी।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं नेता प्रतिपक्ष के नाते प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि तुरंत एक्शन लिया जाए। परिवार पर जो दबाव है, उसे तुरंत हटाया जाए। अमनीत पी. कुमार खुद आईएएस अधिकारी हैं। ऐसे में अगर उन पर भी दबाव बनाया जा रहा है, तो यह देश के सिस्टम की गंभीर नाकामी है।’
दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी हो
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने मीडिया से कहा, ‘जो अधिकारी जिम्मेदार हैं, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह सिर्फ वाई पूरन कुमार का मामला नहीं है, यह इंसाफ और समानता के अधिकार का सवाल है।’
‘मृतक अधिकारी को मिले सम्मान’
परिवार से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने बताया कि अमनीत पी. कुमार ने साफ कहा कि उनके पति के साथ अन्याय हुआ और उनके करियर को खत्म करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि अगर वाई पूरन कुमार को मरणोपरांत सम्मान नहीं दिया गया, तो परिवार इसे स्वीकार नहीं करेगा।
राहुल ने परिवार की इस मांग को ‘पूरी तरह जायज़’ बताया और कहा, ‘वाई पूरन कुमार को मरणोपरांत सम्मान मिलना चाहिए। यह सिर्फ एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज के सम्मान का प्रश्न है।’
राहुल गांधी ने कहा, ‘यह केवल एक आत्महत्या नहीं, संवेदनहीन सिस्टम की विफलता और जातिगत भेदभाव की परिणति है। एक ईमानदार अफसर, जिसने पूरी ज़िंदगी कानून और न्याय के लिए काम किया, उसे उसी सिस्टम ने तोड़ दिया।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई को राष्ट्रीय स्तर पर उठाएगी ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
परिवार से मुलाकात में भावनात्मक क्षण![]()
राहुल गांधी मंगलवार सुबह सेक्टर-24 स्थित सरकारी आवास पहुंचे, जहां आईएएस अमनीत पी. कुमार अपने पति के न्याय के लिए लगातार संघर्ष कर रही हैं। इस दौरान उनके साथ हरियाणा मामलों के प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सांसद दीपेंद्र हुड्डा और कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज मौजूद रहे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा पहले से ही घर पर थीं। राहुल गांधी ने कहा, ‘वाई पूरन कुमार जैसे अधिकारी हमारे सिस्टम की रीढ़ हैं। अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो यह हर ईमानदार अफसर के मनोबल को तोड़ेगा। यह पूरे देश के प्रशासनिक तंत्र की आत्मा का सवाल है।’
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी इस मुद्दे को आगामी संसद सत्र में उठाने की तैयारी में हैं।
सरकार का डैमेज कंट्रोल: ओपी सिंह को डीजीपी का कार्यभार
विपक्ष और जनदबाव के चलते हरियाणा सरकार ने सोमवार देर रात डीजीपी शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजने का आदेश दिया। मंगलवार सुबह 1992 बैच के आईपीएस ओपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।
यूटी प्रशासन ने छह सदस्यीय एसआईटी गठित की है, लेकिन परिवार जांच पर भरोसा नहीं जता रहा। आईएएस अमनीत पी. कुमार और उनके भाई, पंजाब के विधायक अमित रतन कोटफत्ता ने कहा, ‘जिन पर आरोप हैं, वही जांच के आदेश लिखवा रहे हैं। हमें केवल गिरफ्तारी चाहिए।’
सात दिन बाद भी नहीं हुआ पोस्टमार्टम
घटना के सात दिन बाद भी वाई पूरन कुमार के शव का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। परिवार ने साफ कहा है कि जब तक आरोपी अधिकारियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
हालांकि डीजीपी और रोहतक एसपी पर कार्रवाई के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि परिवार अब पोस्टमार्टम के लिए तैयार हो सकता है, पर अभी तक इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।