IOB Recruitment: इंडियन ओवरसीज बैंक इस साल करेगा 1,100 कर्मचारियों की भर्ती
IOB Recruitment: सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि पिछले लगभग ढाई साल में 85 लाख नये चालू और बचत खाता खोलने के साथ कर्ज...
IOB Recruitment: सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि पिछले लगभग ढाई साल में 85 लाख नये चालू और बचत खाता खोलने के साथ कर्ज वितरण में अच्छी वृद्धि से आईओबी का लाभ लगातार बढ़ रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि नई शाखाएं खुलने और कारोबार बढ़ने के साथ चालू वित्त वर्ष में लगभग 1,100 लोगों की नियुक्ति की जाएगी। श्रीवास्तव ने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष में 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया में है और गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) यानी फंसे कर्ज समेत प्रमुख मानदंडों में सुधार के साथ आईओबी निवेशकों के लिए निवेश के लिहाज से आदर्श है।
इंडियन ओवरसीज बैंक का जुलाई-सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 57.79 प्रतिशत बढ़कर 1,226 करोड़ रुपये रहा। वहीं गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) 0.89 प्रतिशत सुधरकर 1.83 प्रतिशत हो गईं जो 2024-25 की इसी तिमाही में कुल कर्ज का 2.72 प्रतिशत था। श्रीवास्तव ने ‘पीटीआई-भाषा' के साथ बातचीत में कहा, ‘‘पिछले लगभग ढाई साल में 85 लाख नये चालू और बचत खाते (कासा) खोले गये हैं और इसमें लगभग 95 प्रतिशत बचत खाते हैं।
इन खातों में आज की तारीख में 24,000 करोड़ रुपये की राशि है। यह ऐसी राशि है जिस पर ब्याज कम देना होता है यानी खर्च कम है। दूसरी तरफ कर्ज वितरण में अच्छी वृद्धि हुई है। इसके कारण बैंक का लाभ बढ़ रहा है। बैंक का सकल कर्ज चालू वित्त वर्ष में सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 20.79 प्रतिशत बढ़कर 2,77,968 करोड़ रुपये रहा। शुद्ध ब्याज आय इस दौरान 20.53 प्रतिशत बढ़कर 3,059 करोड़ रुपये रही।
श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘चाहे शुद्ध ब्याज मार्जिन हो, संपत्ति पर रिटर्न हो या फिर फंसा कर्ज हो, सभी प्रमुख मानदंडों में आईओबी का प्रदर्शन लगातार सुधर रहा है और हम कह सकते हैं कि आनुपातिक आधार पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में हमारा प्रदर्शन शीर्ष तीन में आता है।'' उल्लेखनीय है कि बैंक एक समय खराब वित्तीय प्रदर्शन के कारण भारतीय रिजर्व बैंक की तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) रूपरेखा के अंतर्गत था और वित्तीय स्थिति में सुधार के साथ यह सितंबर, 2021 में इससे बाहर आया। उस समय से बैंक के वित्तीय प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है।
2024-25 की मार्च तिमाही में, बैंक के इतिहास में पहली बार, शुद्ध लाभ 1,000 करोड़ के आंकड़े को पार किया एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बैंक दक्षिण के अलावा देश के अन्य भागों में विस्तार कर रहा है और अगले छह से आठ महीने में 234 शाखाएं बिहार, उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों में खोली जाएंगी। आईओबी का मुख्यालय चेन्नई में है और वर्तमान में उसकी देशभर में 3,374 शाखाएं हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष में हम 1,100 लोगों की नियुक्ति करेंगे और इसमें से लगभग आधे बैंक से जुड़ भी चुके हैं। हम नई शाखाएं खोल रहे हैं और कारोबार बढ़ रहा है, इसके लिए कर्मचारियों की जरूरत है।
एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘ आईओबी में निवेशकों के लिए निवेश करना और उसमें बने रहना आदर्श है। अभी बैंक में सरकार की 94 प्रतिशत हिस्सेदारी है। और अगर पिछले तीन साल का प्रदर्शन देखा जाए तो सीआरएआर (जोखिम (भारांश) परिसंपत्तियों के अनुपात में पूंजी) आज की तारीख में 18 प्रतिशत है। शुद्ध एनपीए भी कम हुआ है (सितंबर तिमाही में 0.28 प्रतिशत) और लाभ लगातार कम हो रहा है, शेयर के भाव बढ़ रहे हैं। इसलिए मैं कहूंगा कि निवेशकों के लिए भविष्य अच्छा है और उन्हें बेहतर रिटर्न मिलेगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी चालू वित्त वर्ष में 4,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने की योजना है और यह फिलहाल मंजूरी के विभिन्न स्तर पर है।'' बैंक ने इस साल मार्च में क्यूआईपी (पात्र संस्थागत नियोजन) के जरिये 1,436 करोड़ रुपये जुटाये थे।