चंडीगढ़ लैब में हुई जांच से राइफलों के पहलगाम में प्रयोग की पुष्िट
पहलगाम हमले के गुनहगारों को मार गिराये जाने का दावा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, पहलगाम में घटनास्थल से मिले कारतूस के खोखों की एफएसएल रिपोर्ट तैयार की गयी थी। मारे गये आतंकवादियों की तीन राइफल मिलीं, जिनमें एक एम9 अमेरिकी राइफल और दो एके 47 राइफलें थीं। इन राइफलों को सोमवार रात विशेष विमान से चंडीगढ़ पहुंचाया गया और कारतूसों के खोखों से मिलान करके तय हो गया कि इन्हीं तीन राइफलों से हमारे निर्दोष नागरिक मारे गए। एफएसएल ने मंगलवार सुबह चार बजे इसकी पुष्टि की।
शाह ने कहा कि पहलगाम हमले की जांच में एनआईए ने मृतकों के परिजनों, पर्यटकों, खच्चर वालों, फोटोग्राफर, कर्मचारियों आदि कुल मिलाकर 1055 लोगों से तीन हजार घंटे से अधिक पूछताछ की। फिर आतंकियों के स्केच बनाए गए।
उन्होंने कहा कि गत 22 जून को बशीर और परवेज नामक दो लोगों की पहचान की गयी, जिन्होंने हमले के अगले दिन आतंकियों को शरण दी थी। वह दोनों हिरासत में हैं। उन दोनों ने आतंकियों की पहचान की।
मुख्य साजिशकर्ता की मौत की एनआईए जांच शुरू
एनआईए के अधिकारियों की एक टीम ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मुख्य साजिशकर्ता और उसके दो साथियों के मारे जाने के मामले की जांच मंगलवार को शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की टीम मंगलवार तड़के तीन आतंकवादियों के शवों की शिनाख्त के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) पहुंची।