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आतंकी राणा से पूछताछ शुरू, 7 पाक नागरिकों पर शिकंजा

5 लश्कर-हूजी आतंकी और 2 आईएसआई अधिकारी आरोपी
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नयी दिल्ली, 11 अप्रैल (ट्रिन्यू/एजेंसी)

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने 2008 के आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा से पूछताछ शुरू की। दिल्ली की एक अदालत ने अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद राणा को 18 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया था। इसके बाद उसे शुक्रवार सुबह इस संघीय जांच एजेंसी के मुख्यालय लाया गया। सूत्रों ने बताया कि राणा को यहां सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित आतंकवाद रोधी एजेंसी के मुख्यालय के अंदर उच्च सुरक्षा वाली एक कोठरी में रखा गया है, जहां चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। जांच का नेतृत्व एनआईए की उपमहानिरीक्षक जया रॉय कर रही हैं।

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तहव्वुर राणा के अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद अब जांच एजेंसियों का ध्यान 2008 हमले के 7 पाकिस्तानी आरोपियों पर केंद्रित हो गया है, जिन्हें अब तक न्याय के कठघरे में नहीं लाया जा सका। इनमें पांच लश्कर-ए-तैयबा और हुरकत-उल-जिहादी इस्लामी (हूजी) के प्रमुख आतंकी हैं-हाफिज मोहम्मद सईद उर्फ तैयाजी, जकी-उर-रहमान लखवी, साज्जिद मजीद उर्फ वसी, इलियास कश्मीरी और अब्दुर रहमान हाशिम सईद उर्फ मेजर अब्दुर्रहमान उर्फ पाशा। बाकी दो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारी हैं-मेजर इकबाल उर्फ मेजर अली और मेजर समीर अली।

पटियाला हाउस स्थित एनआईए की विशेष अदालत ने इन सभी भगोड़े आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर रखा है। अमेरिका में गिरफ्तार अन्य आतंकी हेडली के प्रत्यर्पण के लिए अमेरिका को अनुरोध भेजा गया है और पाकिस्तान को सातों आरोपियों के प्रत्यर्पण के लिए ‘लेटर रोगेटरी’ भेजा गया है, जिसका जवाब अब तक नहीं मिला है।

राणा ने कहा था -भारतीयों का ‘यही हश्र होना चाहिए’

मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा ने कथित तौर पर कहा था कि भारतीयों का ‘यही हश्र होना चाहिए’। उसने हमले के दौरान मारे गए लश्कर-ए- तैयबा के 9 आतंकवादियों की सराहना करते हुए उन्हें पाकिस्तान का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘निशान-ए-हैदर’ दिये जाने की हिमायत की थी। अमेरिकी न्याय विभाग ने यह जानकारी दी।

न्याय विभाग ने एक बयान में कहा, ‘राणा का प्रत्यर्पण उन छह अमेरिकियों और अन्य पीड़ितों के लिए न्याय पाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस जघन्य हमले में मारे गए थे।’ भारत का आरोप है कि राणा ने अपने बचपन के दोस्त डेविड हेडली को लश्कर ए तैयबा के संभावित हमला स्थलों की टोह लेने के लिए मुंबई की बेरोकटोक यात्रा करने में मदद की थी।

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