असम में घुसपैठ रुकी, लेकिन प. बंगाल में अवैध प्रवासियों का ‘रेड कार्पेट बिछाकर' स्वागत हो रहा : शाह का तीखा हमला
मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया ‘‘घुसपैठियों को चिह्नित कर हटाने'' में होगी सहायक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) शासित राज्य असम में घुसपैठ रुक गई है, लेकिन पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में यह जारी है। वहां की सरकार अवैध प्रवासियों का ‘‘रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत'' कर रही है।
पटना में समाचार चैनल ‘एबीपी न्यूज' और समाचार पत्र ‘हिंदुस्तान' द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित समागम को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने अब ‘‘वोट चोरी'' के मुद्दे को छोड़ दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने यह भी दोहराया कि मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया ‘‘घुसपैठियों को चिह्नित कर हटाने'' में सहायक होगी। यह अचंभे की बात है कि विपक्ष निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू की गई उस प्रक्रिया पर आपत्ति जता रहा है, जिसका उद्देश्य घुसपैठियों को बाहर करना है।
मैं एसआईआर प्रक्रिया का पूरी तरह समर्थन करता हूं। यह आखिर में पूरे देश में लागू की जाएगी। जब उनसे विपक्ष के इस आरोप पर सवाल किया गया कि यदि देश में घुसपैठ हो रही है तो इसकी जिम्मेदारी केंद्र में 11 साल से सत्ता में रही नरेन्द्र मोदी सरकार की है, तो शाह ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि लुटियंस दिल्ली में बैठे लोगों को सीमाओं की हकीकत का अंदाजा नहीं है। बांग्लादेश सीमा पर घने जंगल हैं, विशाल नदियां हैं जो बरसात में उफान पर रहती हैं। वहां बाड़ लगाना और 24 घंटे निगरानी रखना लगभग असंभव है।
सुरक्षा बलों की नौकाएं भी कई बार बह जाती हैं। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘मेरा सवाल है- जब कोई व्यक्ति पड़ोसी देश से हमारे क्षेत्र में घुसता है, तो क्या यह स्थानीय थाने और पटवारी को पता नहीं चलता? ये अधिकारी चेतावनी क्यों नहीं देते? क्योंकि उन्हें ऊपर से आदेश मिला है कि इन घुसपैठियों का ‘रेड कार्पेट' बिछाकर स्वागत करो। यही कारण है कि पश्चिम बंगाल में घुसपैठ जारी है, जबकि असम में उस पर रोक लग चुकी है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों से अपील की कि वे अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार को सत्ता से बाहर करें। हम राज्य से हर एक घुसपैठिए को बाहर निकाल देंगे।