नयी दिल्ली, 20 नवंबर (एजेंसी)
केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण में इंदौर को लगातार पांचवीं बार सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया जबकि छत्तीसगढ़ ने सबसे स्वच्छ राज्य का स्थान बरकरार रखा। वार्षिक स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार 2021 के परिणामों की घोषणा शनिवार को की गई। इसमें सबसे स्वच्छ शहरों में दूसरा स्थान सूरत को और तीसरा स्थान विजयवाड़ा को प्राप्त हुआ। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा घोषित सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ को भारत का सबसे स्वच्छ राज्य घोषित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को सर्वेक्षण में ‘स्वच्छ गंगा शहर’ की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस श्रेणी में बिहार के मुंगेर को दूसरा और पटना को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में इंदौर और सूरत ने अपना स्थान बरकरार रखा, हालांकि नवी मुम्बई स्वच्छ शहर की श्रेणी में तीसरे स्थान से चौथे स्थान पर आ गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी एवं अन्य उपस्थित थे। इस अवसर पर राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि 35 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों तथा शहरी क्षेत्र खुले में शौच से मुक्त हुए हैं। कोविंद ने कहा कि मनुष्य द्वारा सिर पर मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है। उन्होंने सुझाव दिया कि सभी शहरों में मशीन से सफाई की सुविधा उपलब्ध करायी जानी चाहिए। आवास शहरी विकास मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ सर्वेक्षण में 28 दिनों में 4,320 शहरों में 4.2 करोड़ लोगों की राय ली गई।
हरियाणा अभी द्वितीय, अगले साल अव्वल का लक्ष्य
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : हरियाणा में व्यापक स्तर पर स्वच्छता को प्राथमिकता दिए जाने के फलस्वरूप केंद्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में 100 से कम शहरी स्थानीय निकायों की श्रेणी में प्रदेश को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। हरियाणा 1745 के स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि झारखंड राज्य पहले स्थान पर है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश को स्वच्छ एवं हरा-भरा रखने के लिए किए गए ठोस प्रयासों के लिए प्रदेशवासियों और विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए आग्रह किया कि अगले सर्वेक्षण में प्रथम स्थान प्राप्त करने का लक्ष्य रखा जाए। -पेज 2