इंदौर फिर नंबर वन; नोएडा, चंडीगढ़ भी शीर्ष पर
सुपर स्वच्छ लीग की नयी श्रेणी में तीन से दस लाख की आबादी वाले वर्ग में नोएडा को सबसे स्वच्छ शहर चुना गया, जबकि चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर रहा। सुपर स्वच्छ लीग शहर पुरस्कार श्रेणी में इंदौर ने लगातार आठवीं बार सबसे स्वच्छ शहरों में शीर्ष स्थान बरकरार रखा, लेकिन क्षेत्र के अधिकांश शहर या तो कोई स्थान नहीं बना पाए या निचले स्थान पर रहे। स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम बृहस्पतिवार को घोषित किए गए। सुपर स्वच्छ लीग में उन चुनिंदा शहरों को शामिल किया गया है, जिन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण के पिछले संस्करणों में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
इस वर्ष चार श्रेणियों में 78 पुरस्कार प्रदान किए गए। इनमें सुपर स्वच्छ लीग शहर; पांच जनसंख्या श्रेणियों में शीर्ष तीन; विशेष श्रेणी : गंगा नगर, छावनी बोर्ड, सफाई मित्र सुरक्षा और महाकुंभ और राज्य स्तरीय पुरस्कार शामिल हैं।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा रैंकिंग की घोषणा के बाद आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और महापौर हरप्रीत कौर बबला को चंडीगढ़ के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
50 हजार से 3 लाख की आबादी वाले शहरों के लिए हाल ही में शुरू की गई स्वच्छ शहर श्रेणी में करनाल तीसरे स्थान पर रहा, जबकि मध्य प्रदेश का देवास और महाराष्ट्र का करहाड़ शीर्ष दो स्थान पर रहे। आशाजनक स्वच्छ शहर श्रेणी में सोनीपत 11वें और बठिंडा 26वें स्थान पर रहा। हिमाचल प्रदेश का ठियोग, जम्मू और कश्मीर का जम्मू और लद्दाख का कारगिल क्रमशः 12वें, 13वें और 17वें स्थान पर रहे। 10 लाख से अधिक आबादी वाले शीर्ष 40 शहरों में चेन्नई 38वें, लुधियाना 39वें और मदुरै 40वें स्थान पर रहा।
स्वच्छ नये शहरों में अहमदाबाद टॉप पर
नये शहरों को स्वच्छता की ओर प्रोत्साहित करने के लिए स्वच्छ शहर श्रेणी शुरू की गई है। इसमें अहमदाबाद ने पहला स्थान हासिल किया। उसके बाद भोपाल, लखनऊ, रायपुर, जबलपुर, ग्रेटर हैदराबाद, पिंपरी-चिंचवाड़, पुणे, जीवीएमसी विशाखापत्तनम, आगरा और गाजियाबाद का स्थान है।