Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

DGCA की ओर से नियमों में ढील के बावजूद IndiGo ने 400 से अधिक उड़ानें रद्द कीं

Indigo flights cancelled: घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने शनिवार को देश के चार प्रमुख हवाई अड्डों से 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं। यह कदम तब उठाया गया जब एयरलाइन को नए उड़ान ड्यूटी समय और विश्राम अवधि (FDTL) मानकों...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
शनिवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंडिगो की बार-बार उड़ानें रद्द होने से देशभर में व्यवधान के कारण लंबी कतारों के बीच एक यात्री फूट-फूट कर रो पड़ी। एएनआई
Advertisement

Indigo flights cancelled: घरेलू एयरलाइन इंडिगो ने शनिवार को देश के चार प्रमुख हवाई अड्डों से 400 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं। यह कदम तब उठाया गया जब एयरलाइन को नए उड़ान ड्यूटी समय और विश्राम अवधि (FDTL) मानकों के दूसरे चरण में अस्थायी ढील मिली थी, जो अदालत के निर्देश पर लागू किए गए हैं।

सूत्रों के अनुसार बेंगलुरु एयरपोर्ट पर124 उड़ानें (63 प्रस्थान, 61 आगमन), मुंबई एयरपोर्ट पर 109 उड़ानें (51 प्रस्थान, 58 आगमन), दिल्ली एयरपोर्ट पर 106 उड़ानें (54 प्रस्थान, 52 आगमन) और हैदराबाद एयरपोर्ट पर 66 उड़ानें रद्द की गई।

Advertisement

यह भी पढ़ें: चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर IndiGo उड़ान संकट जारी, सुबह 9 बजे तक सिर्फ 4 फ्लाइट आई, 6 गई

Advertisement

शुक्रवार को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द होने के बाद इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए वीडियो संदेश में यात्रियों से माफी मांगी और कहा कि शनिवार को रद्द उड़ानों की संख्या कम रहने की उम्मीद है।

शुक्रवार को DGCA ने इंडिगो को कई छूटें दीं नाइट ड्यूटी समय की परिभाषा को रात 12 बजे से सुबह 6 बजे की बजाय रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक किया गया। अन्य अस्थायी रियायतें भी दी गईं।

पायलट संघों का कड़ा विरोध

ALPA India (एयरलाइंस पायलट्स एसोसिएशन) ने DGCA की इस "चुनिंदा और असुरक्षित राहत" पर तीखी आपत्ति जताई है। संघ का कहना है ये रियायतें नियामकीय समानता को नष्ट करती हैं और यात्रियों को उच्च जोखिम में डालती हैं। FDTL लागू करने को रोकना अदालत के आदेशों के खिलाफ है। इससे पायलटों और यात्रियों दोनों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

संघ ने मंत्रालय और DGCA से आग्रह किया है कि अदालत के आदेश को अक्षरशः लागू किया जाए और व्यावसायिक हितों से ऊपर सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।

FDTL विवाद की पृष्ठभूमि

नए FDTL नियम जनवरी 2024 में अधिसूचित हुए थे और मार्च 2024 में लागू होने थे। नियमों में बढ़ा हुआ साप्ताहिक विश्राम (48 घंटे), विस्तारित नाइट घंटों और सीमित नाइट लैंडिंग (6 से घटाकर 2) शामिल थे। इंडिगो इन नियमों का सबसे पहले विरोध करने वाली एयरलाइन थी, यह दलील देते हुए कि अतिरिक्त स्टाफ की जरूरत होगी। हालांकि, दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर DGCA ने इन्हें एक वर्ष की देरी के बाद, चरणबद्ध तरीके से लागू किया। पहला चरण जुलाई में लागू हुआ, जबकि दूसरा चरण 1 नवंबर से लागू किया गया। फिलहाल, DGCA द्वारा दी गई छूट के बावजूद इंडिगो की उड़ानों में भारी अव्यवस्था और यात्रियों की परेशानी जारी है।

इंडिगो ने जम्मू हवाई अड्डे से नौ उड़ानें बहाल की, श्रीनगर से सात उड़ानें रद्द

विमानन कंपनी इंडिगो ने शनिवार को जम्मू हवाई अड्डे से अपनी 11 में से नौ उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की लेकिन पायलटों की ‘रोस्टर' संबंधी समस्याओं के कारण श्रीनगर से सात उड़ानें रद्द कर दीं। जम्मू से उड़ानें फिर से शुरू होने से उन यात्रियों को राहत मिली, जो कई उड़ानों के रद्द होने के बाद हवाई अड्डे पर फंसे हुए थे।

इसके विपरीत, श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कुल आठ उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिनमें से सात इंडिगो द्वारा संचालित थीं। अधिकारियों ने बताया कि विमानन कंपनी को शनिवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से 36 उड़ानें संचालित करनी थीं, जिनमें से 18 आने वाली और 18 जाने वाली थीं। इंडिगो ने हालांकि रोस्टर संबंधी समस्याओं के कारण सात आने वाली और इतनी ही जाने वाली उड़ानें रद्द कर दीं। उन्होंने बताया कि एक अन्य विमानन कंपनी ने भी एक अन्य उड़ान रद्द कर दी।

अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी आना अभी बाकी है। रजनी गोयल नामक एक यात्री ने जम्मू हवाई अड्डे पर ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “मैं दिल्ली वापस जा रही हूं।” एक विवाह समारोह में शामिल होने शहर आईं रजनी ने बताया कि बार-बार उड़ानें रद्द होने के कारण उन्हें पिछले दो दिनों में काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।

उन्होंने सेवाएं बहाल होने पर राहत जताते हुए कहा, “वे (इंडिगो) हमें उड़ान की सही स्थिति के बारे में नहीं बता रहे थे। हम हवाई अड्डे पर नौ घंटे इंतजार करते रहे। मैंने अपने बच्चे को घर पर छोड़ दिया था और वह भी मेरा इंतजार कर रहा था।” हवाई अड्डे पर फंसी हुई एक अन्य यात्री कशिश ने कहा कि हालांकि सेवाओं के आंशिक रूप से बहाल होने से कुछ राहत मिली है, लेकिन अनिश्चितता अब भी बनी हुई है।

Advertisement
×