Indian Stock Market: शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंक उछला, निफ्टी में भी तेजी
Indian Stock Market: रियल्टी और उपयोगिता शेयरों में खरीदारी के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स लगभग 300 अंक चढ़ गया, जबकि निफ्टी 25,250 के स्तर से ऊपर था।
इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 299.21 अंक या 0.36 प्रतिशत बढ़कर 82,471.31 पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 70.05 अंक या 0.28 प्रतिशत बढ़कर 25,251.85 पर था।
सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और टाइटन में उल्लेखनीय बढ़त हुई। हालांकि, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, सन फार्मास्युटिकल्स और भारती एयरटेल लाल निशान में थे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 1,308.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.14 प्रतिशत गिरकर 65.12 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में स्थिर
रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले शुरुआती कारोबार में लगभग स्थिर 88.78 पर रहा। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि रुपये के सीमित दायरे में रहने का अनुमान है। आरबीआई के हस्तक्षेप के अभाव में इसके 88.80 के अपने अबतक के सबसे निचले स्तर से नीचे जाने की आशंका है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में, रुपया 88.80 पर कमजोर खुला, लेकिन जल्द ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.78 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की बढ़त है। बृहस्पतिवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 88.79 पर बंद हुआ था। कारोबारियों ने कहा कि मजबूत अमेरिकी डॉलर और आयातकों की मांग के कारण रुपये पर दबाव पड़ा।
हालांकि, घरेलू बाजारों में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में कमी ने गिरावट पर अंकुश लगाया। फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘‘ऐसी उम्मीद है कि आरबीआई रुपये पर कड़ी नजर रखेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि फिलहाल यह 88.80 के स्तर को पार न करे।''
छह मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति को बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 99.32 पर रहा। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65.10 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।