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Indian Stock Market:  भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति पर रहेगी निवेशकों की निगाह

Indian Stock Market:  स्थानीय शेयर बाजार की दिशा इस व्यस्त सप्ताह में मौजूदा तिमाही नतीजों के सीजन (Quarterly Earnings Season), अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय (US Federal Reserve Interest Rate Decision) और व्यापक आर्थिक आंकड़ों...
सांकेतिक फाइल फोटो।
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Indian Stock Market:  स्थानीय शेयर बाजार की दिशा इस व्यस्त सप्ताह में मौजूदा तिमाही नतीजों के सीजन (Quarterly Earnings Season), अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय (US Federal Reserve Interest Rate Decision) और व्यापक आर्थिक आंकड़ों (Macro-Economic Data) से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।

इसके अलावा, एक विशेषज्ञ ने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति (India-US Trade Talks Progress) पर निवेशकों का विशेष ध्यान रहेगा।

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चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY2025-26) के नतीजों का सीजन बाजार की दिशा तय करता रहेगा, क्योंकि कई प्रमुख कंपनियां अपने वित्तीय आंकड़े जारी करने वाली हैं। निवेशक सबसे पहले कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के नतीजों पर प्रतिक्रिया देंगे। इसके बाद आईओसी (IOC), टीवीएस मोटर कंपनी (TVS Motor Company), लार्सन एंड टुब्रो (L&T), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL), आईटीसी, सिप्ला, डाबर, मारुति, और एसीसी (ACC) के नतीजों पर सभी की निगाह रहेगी।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. (Religare Broking Ltd.) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘व्यापक आर्थिक मोर्चे पर, 28 अक्टूबर को आने वाले सितंबर के भारत के औद्योगिक उत्पादन (IIP) (India’s Industrial Production – IIP) के आंकड़ों पर नजर रखी जाएगी। वैश्विक स्तर पर सभी का ध्यान 29 अक्टूबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले (US Fed Policy Decision) पर केंद्रित रहेगा, जो वैश्विक तरलता रुझानों (Global Liquidity Trends) और जोखिम धारणा (Risk Sentiment) को प्रभावित कर सकता है।''

मिश्रा ने आगे कहा कि बाजार भागीदार अमेरिका-चीन राष्ट्रपति बैठक (US-China Presidential Meeting) से जुड़े घटनाक्रमों पर भी नजर रखेंगे, जिससे व्यापार तनाव (Trade Tensions) कम हो सकता है और वैश्विक बाजारों (Global Markets) पर असर पड़ सकता है।

विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी निवेशकों की व्यापारिक गतिविधियां (FII Activity) और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें (Brent Crude Prices) भी निवेशकों की निगाह में रहेंगी। एनरिच मनी (Enrich Money) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) पोनमुडी आर ने कहा, ‘‘घरेलू मोर्चे पर, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में प्रगति (India-US Trade Negotiations) आने वाले सप्ताह में निवेशकों का मुख्य केंद्र बनी रहेगी।''

एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था कि भारत और अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (Bilateral Trade Agreement) को अंतिम रूप देने के ‘बहुत करीब’ हैं, जबकि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Commerce & Industry Minister Piyush Goyal) ने कहा कि भारत जल्दबाजी में या ‘सिर पर बंदूक रखकर’ कोई समझौता नहीं करेगा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Motilal Oswal Financial Services Ltd.) के शोध प्रमुख संपदा प्रबंधन सिद्धार्थ खेमका ने कहा,

‘‘यह एक व्यापक आर्थिक सप्ताह (Macro-Heavy Week) रहेगा, जिसमें निवेशक अमेरिका के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) (US GDP Data), फेडरल रिजर्व, यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ECB) (European Central Bank) और बैंक ऑफ जापान (BoJ) (Bank of Japan) के ब्याज दर निर्णयों के साथ-साथ चीन के विनिर्माण पीएमआई (China Manufacturing PMI) और भारत के औद्योगिक उत्पादन (India IIP) के आंकड़ों पर कड़ी नजर रखेंगे।''

छुट्टियों के कारण कम कारोबार वाले पिछले सप्ताह (Holiday-Shortened Week) में, बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 259.69 अंक या 0.30% चढ़ा और निफ्टी (Nifty) 85.3 अंक या 0.33% की बढ़त के साथ बंद हुआ।

क्रेडिफिन लिमिटेड ने 46.10 करोड़ रुपये जुटाने की प्रक्रिया पूरी की

क्रेडिफिन लिमिटेड (पूर्व में पीएचएफ लीजिंग लिमिटेड) ने दावा किया है कि उसने 25 रुपये प्रति वारंट के निर्गम मूल्य पर 1,84,42,510 वारंट जारी कर 46,10,62,750 रुपये जुटाने का कार्य पूरा किया है। इसमें प्रति शेयर 10 रुपये का अंकित मूल्य और 15 रुपये का प्रीमियम शामिल है। वारंट को शेयरों में परिवर्तित करने के बाद कंपनी की शेयर पूंजी 12.38 करोड़ रुपये से बढ़कर 30.82 करोड़ रुपये हो गई है।

क्रेडिफिन लिमिटेड मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया में सूचीबद्ध एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, जिसका मुख्यालय जालंधर और कॉर्पोरेट कार्यालय दिल्ली-एनसीआर में स्थित है। कंपनी 1998 से भारतीय रिज़र्व बैंक के साथ पंजीकृत है और अचल संपत्ति के बदले बंधक ऋण (LAP) तथा ई-रिक्शा, ई-लोडर और दुपहिया ईवी वाहनों के वित्तपोषण में सक्रिय है।

कंपनी के एमडी और सीईओ शल्य गुप्ता ने कहा कि निवेशकों के विश्वास और प्राथमिक निर्गम के माध्यम से जुटाई गई पूंजी से कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि कंपनी के सिद्धांतों और सुरक्षा मानकों से समझौता किए बिना की गई है। क्रेडिफिन देश के 14 राज्यों में 200 से अधिक स्थानों पर कार्यरत है और 750 से अधिक लोगों को रोजगार देती है। कंपनी का एयूएम 2025-26 की पहली तिमाही में 375 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच गया है।

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