पांच साल में दोगुना होगा भारत-अमेरिका व्यापार
वाशिंगटन, 14 फरवरी (एजेंसी)
भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुने से अधिक बढ़ाकर 500 अरब डॉलर पहुंचाने का संकल्प किया है। इसके साथ ही 2025 के अाखिर तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत पूरी करने की योजना की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यहां हुई बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार संबंधों के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की ताकि वृद्धि और निष्पक्षता को बढ़ावा मिले, राष्ट्रीय सुरक्षा तथा रोजगार सृजन सुनिश्चित हो। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए एक नया साहसिक लक्ष्य ‘मिशन 500’ निर्धारित किया है।
वार्ता के बाद ट्रंप ने कहा कि दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच एक ‘विशेष संबंध’ है और दोनों पक्षों ने ऊर्जा, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों, संचार-संपर्क जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों पक्ष जल्द एक बड़े व्यापार समझौते पर पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। ट्रंप ने यह भी कहा कि भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमानों सहित अधिक तेल, गैस और सैन्य उपकरण खरीदेगा। इसके साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि वाशिंगटन जवाबी शुल्क से भारत को नहीं बख्शेगा। ट्रंप ने कहा, ‘भारत जो भी शुल्क लगाएगा, हम भी वही शुल्क लगाएंगे।’
ट्रंप ने भेंट की पुस्तक, लिखा- यू आर ग्रेट
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया और खूब प्रशंसा भी की। ट्रंप ने मोदी को अपना पुराना मित्र बताया और एक सवाल के जवाब में कहा, ‘वह सौदेबाजी में मुझसे कहीं ज्यादा माहिर हैं। इसमें कोई मुकाबला ही नहीं है।’ मोदी को महान नेता बताते हुए ट्रंप ने कहा कि वह वाकई शानदार काम कर रहे हैं। दोनों नेताओं की ‘ओवल ऑफिस’ में मुलाकात के दौरान ट्रंप ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उनसे काफी देर तक हाथ मिलाया और फिर गले मिले। उन्होंने कहा, ‘हमें आपकी बहुत याद आई।’ उन्होंने मोदी को एक शानदार मित्र और बेहतरीन व्यक्ति करार दिया। राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘अवर जर्नी टुगेदर’ पुस्तक माेदी को भेंट की और उस पर लिखा ‘मिस्टर प्राइम मिनिस्टर यू आर ग्रेट।’ फोटो-प्रेट्र
नयी रक्षा साझेदारी; भारत काे एफ-35 लड़ाकू विमान देने की तैयारी
भारत और अमेरिका ने नयी दस वर्षीय रक्षा साझेदारी पर हस्ताक्षर करने और प्रमुख हथियारों का सह-उत्पादन जारी रखने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साथ ही ऐलान किया कि अमेरिका ‘एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू जेट’ विमान की संभावित आपूर्ति सहित भारत को सैन्य हार्डवेयर की बिक्री में वृद्धि करेगा। हालांकि, बाद में भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा है कि फिलहाल एफ-35 को खरीदना एक प्रस्ताव भर है। इसके लिए कोई औपचारिक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी और भारतीय सेनाओं की तैनाती को समर्थन का संकल्प जताया। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उद्योग साझेदारी और उत्पादन बढ़ाने के लिए एक नयी पहल ‘ऑटोनोमस सिस्टम्स इंडस्ट्री अलायंस’ (एएसआईए) की भी घोषणा की। भारत ने अमेरिका से छह अतिरिक्त ‘पी-8आई’ युद्धक विमानों की खरीद की पुष्टि की। दोनों नेताओं ने भारत में जैवलिन एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों और बख्तरबंद वाहन स्ट्राइकर के लिए नयी खरीद एवं सह-उत्पादन व्यवस्था को आगे बढ़ाने की योजना की घोषणा की। बयान में कहा गया, ‘दोनों नेताओं ने उन्नत प्रशिक्षण, अभ्यास और संचालन के माध्यम से सभी क्षेत्रों- वायु, भूमि, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबरस्पेस में सैन्य सहयोग बढ़ाने का भी संकल्प लिया।’ पूर्वी लद्दाख सीमा विवाद के बाद भारत और चीन के बीच संबंधों पर ट्रंप ने झड़पों को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं सीमा पर झड़पों को देख रहा हूं जो काफी निंदनीय हैं...।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह चाहते हैं कि चीन, भारत, रूस और अमेरिका, सभी अच्छी तरह से मिल-जुलकर रहें।