India-US Tariff Dispute रूसी तेल पर टकराव के बीच बेसेंट बोले-‘भारत-अमेरिका दो महान देश, समाधान जरूर निकालेंगे’
भारत और अमेरिका के बीच हालिया तनाव अब गंभीर मोड़ पर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय के तहत भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से नई दिल्ली और वॉशिंगटन के संबंधों में कड़वाहट और गहराई है। इसी बीच अमेरिकी ट्रेज़री सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने बयान दिया कि अंततः दो महान देश (भारत और अमेरिका) इस विवाद का समाधान खोज लेंगे।
फॉक्स न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में बेसेंट ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) को “मुख्यतः दिखावटी मंच” करार दिया और कहा कि भारत के मूल्य रूस की तुलना में अमेरिका और चीन से अधिक मेल खाते हैं। हालांकि, उन्होंने रूस से भारत की कच्चे तेल की खरीद और उसे पुनर्विक्रय करने की नीति पर कड़ा सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि इससे “रूस को यूक्रेन युद्ध के लिए अप्रत्यक्ष आर्थिक मदद” मिली है।
भारत ने बार-बार यह स्पष्ट किया है कि उसकी ऊर्जा नीति राष्ट्रीय हित और बाज़ार की स्थिति पर आधारित है, न कि किसी राजनीतिक दबाव पर। वहीं, विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिकी प्रशासन की कड़ी आलोचना और ट्रंप सरकार के लगातार टैरिफ कदम पिछले दो दशकों में भारत-अमेरिका संबंधों के सबसे मुश्किल दौर का संकेत हैं।
बेसेंट ने स्वीकार किया कि अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता की धीमी गति भी टैरिफ बढ़ोतरी की वजह रही। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। हमें विश्वास है कि अंत में भारत और अमेरिका अपने मतभेद सुलझा लेंगे।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए बेसेंट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप “सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।” पुतिन पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि “उन्होंने वादों के विपरीत यूक्रेन पर बमबारी और तेज़ की है, जो बेहद निंदनीय है।” संकेत मिले हैं कि व्हाइट हाउस रूस पर और कठोर प्रतिबंधों की तैयारी में है।