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भारत ने अटारी-बाघा बॉर्डर से लौटाए पाक नागरिक

चंडीगढ़, 24 अप्रैल (ट्रिन्यू) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध लिए गए फैसलों का असर बृहस्पतिवार को अटारी-बाघा बॉर्डर पर देखने को मिला। पाकिस्तान की तरफ से वीजा लेकर भारत में...
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चंडीगढ़, 24 अप्रैल (ट्रिन्यू)

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध लिए गए फैसलों का असर बृहस्पतिवार को अटारी-बाघा बॉर्डर पर देखने को मिला। पाकिस्तान की तरफ से वीजा लेकर भारत में घूमने आने वाले किसी भी नागरिक को भारत सरकार की तरफ से प्रवेश नहीं दिया गया।

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बृहस्पतिवार सुबह करीब 11 बजे पाकिस्तान की तरफ से 100 से अधिक यात्री भारत में घूमने के लिए अटारी-बाघा सीमा पर पहुंचे। भारतीय सैन्य अधिकारियों ने उन्हें नये फैसले से अवगत कराते हुए भारत में प्रवेश देने से इनकार कर दिया। पाक रेंजरों से बात करने के बाद वे लौट गए। इस बीच भारत में घूमने के लिए आये पाकिस्तानी नागरिकों को बुधवार की रात लिए गए फैसले के बारे में पता चला तो वे बृहस्पतिवार सुबह अटारी बॉर्डर पर पहुंचे। बीएसएफ के अधिकारियों ने पूछताछ के बाद 42 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी सीमा के रास्ते पाकिस्तान भेज दिया।

अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट, तरबूज व जीरा लेकर आए ट्रक रोके

उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक तथा धारा 370 खत्म होने के बाद पाकिस्तान के साथ भारत का सीधा व्यापार बंद, लेकिन अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते अटारी-बाघा सीमा के माध्यम से भारत में तरबूज, ड्राई फ्रूट, जीरा व सेंधा नमक आदि भारत में आता है। सामान को भारत की सीमा तक पहुंचाने का जिम्मा पाकिस्तान के चालकों व परिचालकों का रहता है। बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान से आए करीब दो दर्जन ट्रक अटारी-बाघा सीमा पर रोक दिए गए।

पाक जाने वाले भारतीयों को भी रोका

पाकिस्तान जाने के लिए वीजा प्राप्त कुछ भारतीय नागरिकों को भी बीएसएफ अधिकारियों ने रोक दिया। इनें गुजरात का एक परिवार भी शामिल था, जो कराची में अपने रिश्तेदारों से मिलने जाना चाहता था। उन्होंने कहा कि हमें दो महीने पहले वीजा मिला था।

रिट्रीट सेरेमनी : पाक रेंजरों से नहीं मिलाए हाथ, गेट भी नहीं खोला

बृहस्पतिवार की शाम अटारी, हुसैनीवाला और सादकी बार्डर पर रिट्रीट के दौरान भारतीय जवानों ने न तो पाक रेंजरों के साथ हाथ मिलाया और न ही गेट खोले गए। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि रिट्रीट समारोह के दौरान औपचारिक प्रदर्शन को कम करने का निर्णय लिया गया है। पहले रिट्रीट के दौरान कुछ समय के लिए भारत व पाकिस्तान के गेट खोले जाते थे।

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